सहारनपुर। मंडी समिति रोड स्थित ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के स्वामी तुरियानंद मंदिर में इन दिनों आध्यात्मिक उत्सव की छटा बिखरी हुई है। 7, 8 और 9 अगस्त को स्वामी तुरिया नंद जी का 150वां अवतरण दिवस बड़े धूमधाम और भक्ति भाव के साथ मनाया गया। देशभर से श्रद्धालु संगतें यहां पहुंचे, मंदिर परिसर भजन-कीर्तन और धार्मिक अनुष्ठानों से गूंजता रहा । लेकिन इस पवित्र आयोजन के बीच मंदिर से चिलकाना चुंगी तक का रास्ता श्रद्धालुओं के लिए परेशानी और असुरक्षा का कारण बन गया था।
शाम ढलते ही मंदिर गेट से चिलकाना चुंगी तक शराबियों का जमावड़ा लग जाता है। सड़क किनारे सरेआम शराब पीना, शोर-शराबा करना, राहगीरों से बदतमीजी और महिलाओं पर अभद्र टिप्पणियां करना यहां रोज का दृश्य बन गया है। धार्मिक कार्यक्रम में आए श्रद्धालु इस नजारे को देखकर हैरान और आक्रोशित हुए कि इतने बड़े आयोजन के बावजूद पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी नदारद रही।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या कोई नई नहीं है। कई बार शिकायतें दर्ज कराई गईं, अखबारों में खबरें भी प्रकाशित हुईं, लेकिन स्थिति जस की तस है। कांवड़ यात्रा के दौरान पुलिस ने महज़ दो दिन सख्ती दिखाई थी, उसके बाद सब कुछ पुराने ढर्रे पर लौट आया। आरोप है कि स्वामी तुरियानंद मार्केट में और शराब ठेके के आसपास बिक रहे गिलास, पानी और नमकीन इन शराबियों की मौज-मस्ती को बढ़ावा दे रहे हैं। यही सामान लेकर वे वहीं सड़क किनारे बैठकर शराब पीने लगते हैं और किसी को कोई रोकने वाला नहीं है।
सूत्रों का दावा है कि मंडी समिति चौकी इंचार्ज शराब ठेकेदार और इन दुकानदारों से मोटी रकम लेकर इन गतिविधियों पर आंख मूंदे बैठे हैं। यही वजह है कि शराबियों के हौसले बुलंद हैं और आम जनता के आक्रोश का कोई असर नहीं हो रहा।
आसपास के कॉलोनियों के निवासी और श्रद्धालु बताते हैं कि इस माहौल में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा खतरे में है। कई बार नशे में धुत लोगों ने राह चलती महिलाओं से छेड़छाड़ और बदसलूकी की है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ।
मंदिर समिति के पदाधिकारी और स्थानीय लोग वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मांग कर रहे हैं कि मंदिर परिसर और उसके आसपास से शराबियों को तत्काल हटाया जाए। जो दुकानदार इन शराबियों को पानी, गिलास और नमकीन बेचकर शराब पीने के लिए अप्रत्यक्ष रूप से प्रोत्साहित करते हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई हो। साथ ही, इलाके में निरंतर पुलिस गश्त और धार्मिक आयोजनों के दौरान विशेष सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि श्रद्धालु निडर होकर दर्शन कर सकें और महिलाएं-बच्चियां सुरक्षित महसूस करें।
यह मामला केवल कानून-व्यवस्था का नहीं, बल्कि सहारनपुर की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का भी है। अब देखना यह है कि पुलिस इस मुद्दे पर कितनी तेजी और सख्ती से कार्रवाई करती है, या फिर श्रद्धालुओं की पीड़ा यूं ही अनसुनी रह जाएगी।
यह समाचार मैंने अखबार की शैली में, स्पष्ट और संक्षिप्त रूप से तैयार किया है—
थाना मंडी क्षेत्र की मंडी समिति रोड पर शाम के समय शराबियों का जमावड़ा स्थानीय निवासियों और महिलाओं के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। इस संबंध में राज सत्ता के संवाददाता ने मंडी समिति चौकी इंचार्ज नरेंद्र भड़ाना से बातचीत की।चौकी इंचार्ज ने बताया कि वे समय-समय पर वहां कार्रवाई करते हैं, लेकिन कार्रवाई के दौरान कुछ दुकानदार इकट्ठा होकर पुलिस पर दुकानें बंद कराने और रिश्वत लेने जैसे आरोप लगाने लगते हैं, जिससे स्थिति उलझ जाती है।संवाददाता के बार-बार आग्रह पर चौकी इंचार्ज ने आश्वासन दिया कि एक बार मौके पर जाकर स्थिति दिखाएंगे।


