Indian Army’s ‘Operation Sindoor’
भारतीय सेना का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक योजनाबद्ध और लक्ष्य आधारित कार्रवाई थी, जिसके पूरा होने पर सीजफायर हुआ था- अशोक बालियान, चेयरमैन,पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन
भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। ऑपरेशन के तहत, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर के अंदरूनी इलाकों में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। इस दौरान जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया था। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो कुछ किया, उसने पूरे देश को सेना पर गर्व है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद के कुछ घंटों में, पाकिस्तान सरकार से जुड़े कई मीडिया चैनलों और सोशल मीडिया खातों ने असत्यापित दावे प्रसारित करना शुरू कर दिया था,जिनमें से कई को स्वतंत्र विश्लेषकों और तथ्य-जांचकर्ताओं द्वारा गलत सूचना के रूप में चिह्नित किया गया है।।
कई पोस्ट में झूठा दावा किया गया कि पाकिस्तान ने भारत के अंदर 15 जगहों पर मिसाइल हमले करके जवाबी कार्रवाई की है। दूसरों ने दावा किया कि श्रीनगर एयरबेस पर पाकिस्तानी वायुसेना ने हमला किया और भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय को नष्ट कर दिया। ये दावे एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर व्यापक रूप से प्रसारित किए गए थे, खासकर पाकिस्तान की सैन्य मीडिया शाखा, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) से जुड़े उच्च-फॉलोअर वाले खातों द्वारा किये गए थे, जबकि हालाँकि, इन दावों का समर्थन करने के लिए कोई विश्वसनीय दृश्य या उपग्रह साक्ष्य प्रदान नहीं किया गया है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक योजनाबद्ध और लक्ष्य आधारित कार्रवाई थी, जिसका मकसद दुश्मन की आतंकवादी गतिविधियों और घुसपैठ में मदद करने वाली चौकियों को पूरी तरह खत्म करना था। सेना ने अपना कार्य पूर्ण कर दिया था, जिसके बाद ही सीजफायर हुआ था।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने 7 अक्टूबर 2001 को अफगानिस्तान में अल-कायदा और तालिबान के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के अनुरूप संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सूचित किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका 9/11 हमलों के जवाब में आत्मरक्षा के अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए कार्रवाई कर रहा है।भारत में विपक्ष के कुछ नेता यहाँ के विदेशमंत्री पर सवाल उठा रहे है,कि भारत ने पाकिस्तान के आतंकी केन्द्रों को नष्ट करने की सुचना पाकिस्तान को क्यों दी, जबकि यह एक अलग कार्य है और आतंकी केन्द्रों को नष्ट करना सेना का अलग कार्य था।
लेखक-अशोक बालियान
लेकिन भारत के कुछ नेताओं, एक्टिविस्टो, बुद्धिजीविओ व पत्रकारों का एक समूह भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर केंद्र सरकार की आलोचना कर रहे है। और असत्य नैरेटिव को फैलाकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर प्रश्न चिन्ह लगाने का कार्य कर रहे है। जबकि भारतीय सेना का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक योजनाबद्ध और लक्ष्य आधारित कार्रवाई थी, जिसके पूरा होने पर सीजफायर हुआ था।
केंद्र सरकार वर्तमान में भारत के लिए उत्पन्न खतरों की निगरानी कर रही है और भारतीय सेना उचित रूप से आतंकी समूहों को लक्षित करने (या लक्षित करना बंद करने) की क्षमता बनाए रखती है।