भारत व विदेशों में वामपंथी झुकाव वाले पोर्टल हिंदू धर्म के प्रति नकारात्मकता प्रदर्शित करते हैं-अशोक बालियान,चेयरमेन,पीजेंट वेलफेयर एसोशिएसन
हमें अपने अमेरिकन दोस्त व ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी,अमेरिका से जुड़े अजय अग्रवाल के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान से भारत व विदेशों में वामपंथी झुकाव वाले पोर्टल हिंदू धर्म के प्रति नकारात्मकता फैलाने के विषय पर उनके मुज़फ़्फ़रनगर निवास पर वार्ता की। हमने इस विषय पर पूर्व विधायक अशोक कंसल, कुश पूरी, अमित गर्ग, विपुल भटनागर, उमेश गोयल व् मनीष भाटिया से भी बातचीत की।
हमारी इस वार्ता में विषय था कि भारत व विदेशों में वामपंथी झुकाव वाले पोर्टल हिंदू धर्म के प्रति नकारात्मकता प्रदर्शित करते हैं, हिंदुत्व को धर्मनिरपेक्ष भारत के लिए ख़तरा बताया जाता है और देश को धार्मिक आधार पर विभाजित करने के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जाता है।
हमारे साथी अमेरिका निवासी अजय अग्रवाल ने कहा कि “द क्विंट” और “द वायर” जैसे कुछ मीडिया संस्थान भारत में यह नेरेटिव फैलाते है कि भारत में बीजेपी का हिंदुत्व अंततः ‘हिंदू राष्ट्र’ के गठन की ओर ले जाएगा।
हमे श्री अजय अग्रवाल ने बताया कि वे ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी, अमेरिका नामक संस्था से जुड़े हुए है। यह “ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी (ओएफबीजेपी) (www.ofbjpus. org) संस्था वामपंथी विचारधारा व हिन्दूत्व विरोधी तत्वों के विरोध में निरंतर कार्यरत है”।
कुछ समय पहले अमेरिका में बसे प्रवासी भारतीयों के संगठन ‘Overseas Friends of BJP-USA(OFBJP-USA)’ के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ. सुनील अग्रवाल (रिटायर्ड) जी भी भारत आए थे।पीजेंट के चेयरमेन अशोक बालियान की उनसे अमेरिका में मुलाक़ात हुई थी। डॉ. सुनील अग्रवाल ने उत्तरप्रदेश सरकार के कौशल विकास मंत्री श्री कपिल देव अग्रवाल व् उनके साथ उत्तरप्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री से भी इस विषय में भेंट की थी।
ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी, अमेरिका के अध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल में अपनी भेंटवार्ता में अशोक बालियान को बताया था कि भारत में चुनाव के समय हिंदू वोटों के एकीकरण को सांप्रदायिकता के रूप में पेश किया जाता है और मुस्लिम वोटों के एकीकरण को प्रभावी प्रतिनिधित्व के रूप में पेश किया जाता है।
हिंदू वोटों के एकीकरण को तोड़ने के लिए वामपंथी रिपोर्ट का फोकस हिंदुओं की वोटों की एकीकरण को जाति के माध्यम से कैसे तोड़ा जाए,इस पर रहता है और साथ-साथ हिंदू धर्म में मनु स्मृति का नाम लेकर जातियों के बीच धार्मिक अधिकार में विभेद को प्रचारित किया जाता है।
ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी, अमेरिका से जुड़े श्री अजय अग्रवाल ने पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान से अपनी भेंटवार्ता में कहा कि भारत में वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव में डॉ संजीव बालियान जैसे नेता की हार का मुख्य कारण बीएसपी द्वारा हिंदू जाति के उम्मीदवार, जिसकी जीतने की कोई भी संभावना नहीं थी, को उसकी जाति की वोट मिलना भी रहा था।
श्री अजय अग्रवाल में बताया कि इन न्यूज़ पोर्टलों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम मंदिर के फ़ैसले को भारत के मुस्लिम अल्पसंख्यकों के साथ विश्वासघात और उत्पीड़न के रूप में प्रस्तुत किया जाता है।मंदिर निर्माण को भारतीय संविधान और संवैधानिक मूल्यों की मृत्यु और सर्वोत्कृष्ट ‘भारत के विचार’ के लिए खतरा बताया जा रहा है।बड़े शहरों में बैठे कुछ तथाकथित ‘बुद्धिजीवी’ भी हिंदुत्व के विरुद्ध इसी तरह का नेटेटिव फैलाते है।
इन न्यूज़ पोर्टलों पर हिंदुओं के दिवाली, होली, रक्षाबंधन, मकर संक्रांति, करवा चौथ आदि त्योहारों का मजाक उड़ाया जाता है और उनकी आलोचना की जाती है। इस कवरेज को हिंदुओं को उनकी विरासत, संस्कृति और सभ्यता से विमुख करने का प्रयास माना जा सकता है, यानी हिंदू धर्म से विमुखीकरण।जबकि अन्य धर्मों के त्योहारों पर रिपोर्टिंग में ऐसा नहीं होता।
इस प्रकार, एक राजनीतिक दल की आलोचना करने और उसे हराने में मदद करने के लिए, ये समाचार पोर्टल लगातार और अनुचित रूप से हिंदू मूल्यों और लोकाचार पर हमला करते हैं।
इसी माह मार्च में लंदन में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पर खालिस्तान समर्थक समूह द्वारा हमले की कोशिश पर भारत सरकार ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। कथित खलिस्तान के नाम पर ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका जैसे देशों में कुछ आतांकवादी समूह न केवल सक्रिय हैं बल्कि कथित मानव अधिकार के नाम पर कुछ अंतरराष्ट्रीय संगठन और राजनीतिक दल के नेता भी उनका समर्थन करते हैं।
दूसरी तरफ भारत में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेता व सांसद राहुल गांधी न केवल भारत में बल्कि अमेरिका और यूरोप तक की यात्राओं के दौरान भारतीय संविधान और मानव अधिकार हनन की स्थिति के आरोप लगाते रहते हैं।
इस तरह के बयानों का लाभ कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में सक्रिय भारत विरोधी आतंकी संगठनों को मिलता है।
वहीं भारत में कुछ लेखक, वकील और पत्रकार प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से हिंसक गतिविधियों में शामिल लोगों तक की गिरफ़्तारी पर आपत्ति व्यक्त करते हैं और उनके लिए धन और कानूनी सहायता जुटाई जाती है।ये बुद्धिजीवी आतंक के विरुद्ध सुरक्षाबलों को कार्यवाही को “खाकी आतंकवाद” की संज्ञा देते हैं।
पिछले वर्ष जुलाई में एक पत्रकार सृष्टि जसवाल को भगवान कृष्ण पर आपत्तिजनक ट्वीट करने के बाद विरोध के चलते हिंदुस्तान टाइम्स ने अपने यहॉं से निकाल दिया था,लेकिन अब वे हिंदू विचार के घोर विरोधी पोर्टल न्यूजलॉन्ड्री के लिए लेख लिख रही हैं। इसी पोर्टल के अन्य स्तम्भकार शरजील उस्मानी और नताशा नरवाल भी हिन्दू विरोधी गतिविधियों व लेखों के लिए जाने जाते हैं।
हिन्दुत्व से घृणा करने वाले पत्रकारों को प्लेटफॉर्म देने वालों में न्यूजलॉन्ड्री अकेला पोर्टल नहीं है, द वायर, एनडीटीवी, द कारवां, स्क्रॉल, बीबीसी, द हिन्दू जैसे पोर्टलों के अधिकांश स्तम्भकारों की नफरत भी उनके लेखों में साफ झलकती है।हिन्दू विरोधी विचारों को पोषित व प्रकट करना ही इन मीडिया संस्थानों का उद्देश्य है।
इसी तरह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौत की कामना करने वाले ट्वीट को लेकर स्तुति मिश्रा पर जब द क्विंट ने कार्रवाई की तो उसे एनडीटीवी ने जगह दे दी। एनडीटीवी वही संस्थान है जिसकी डिप्टी एडिटर रही निधि सेठी ने पुलवामा अटैक के बाद बलिदानी जवानों का मजाक उड़ाया था।
ये वही वामपंथी पत्रकार और मीडिया संस्थान हैं,जो देश की सर्वोच्च अदालत द्वारा फांसी की सजा प्राप्त मकबूल भट्ट, अफजल गुरू और याकूब मेमन जैसे आतंकवादियों के लिए आंसू बहाते हैं। और हम सब ने देखा है कि अर्जुन अवार्ड से सम्मानित उत्तरप्रदेश पुलिस के एक अधिकारी अनुज चौधरी के कानून व्यवस्था पर दिए गए ब्यान पर कैसे स्थापित मीडिया हिंदुत्व को बदनाम करता है। वामपंथी इतिहास भारत की सभ्यतागत महानता को नकारता है व खूनी इस्लामी विजय को कमतर आंकता है। जबकि अमेरिकी इतिहासकार विल डुरंट ने भारत पर इस्लामी विजय को मानव इतिहास की सबसे खूनी कहानी बताया था।
हमें अजय अग्रवाल जी ने बताया कि हम ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी,अमेरिका संगठन पश्चिमी दुनिया में भारत और भाजपा की सकारात्मक और सही छवि पेश करने और विरोधियों द्वारा बनाई गई भाजपा की विकृतियों और झूठी छवि को सही करने का प्रयास कर रहा है।
प्रवासी भारतीयों का मानना है कि भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने जीवन के सभी क्षेत्रों में जबरदस्त प्रगति की है तथा विदेशों में रहने वाले 20 मिलियन से अधिक भारतीय मूल के लोग भी इस सरकार के प्रदर्शन से अच्छा महसूस करते हैं।
हम तीनों इस बात पर सहमत थे कि राय में केंद्र सरकार मीडिया में समुदायों और सांप्रदायिक मुद्दों का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने में भूमिका निभा सकती है। इसके अलावा, मीडिया में हिंदू आकांक्षाओं को समान अवसर प्रदान करने के लिए शिक्षा, शोध, अकादमिक, नीति और शासन में भी व्यवस्थागत बदलाव की आवश्यकता है।
से सम्मानित उत्तरप्रदेश पुलिस के एक अधिकारी अनुज चौधरी के कानून व्यवस्था पर दिए गए ब्यान पर कैसे स्थापित मीडिया हिंदुत्व को बदनाम करता है। वामपंथी इतिहास भारत की सभ्यतागत महानता को नकारता है व खूनी इस्लामी विजय को कमतर आंकता है। जबकि अमेरिकी इतिहासकार विल डुरंट ने भारत पर इस्लामी विजय को मानव इतिहास की सबसे खूनी कहानी बताया था।
हमें अजय अग्रवाल जी ने बताया कि हम ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी,अमेरिका संगठन पश्चिमी दुनिया में भारत और भाजपा की सकारात्मक और सही छवि पेश करने और विरोधियों द्वारा बनाई गई भाजपा की विकृतियों और झूठी छवि को सही करने का प्रयास कर रहा है।
प्रवासी भारतीयों का मानना है कि भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने जीवन के सभी क्षेत्रों में जबरदस्त प्रगति की है तथा विदेशों में रहने वाले 20 मिलियन से अधिक भारतीय मूल के लोग भी इस सरकार के प्रदर्शन से अच्छा महसूस करते हैं।
हम तीनों इस बात पर सहमत थे कि राय में केंद्र सरकार मीडिया में समुदायों और सांप्रदायिक मुद्दों का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने में भूमिका निभा सकती है। इसके अलावा, मीडिया में हिंदू आकांक्षाओं को समान अवसर प्रदान करने के लिए शिक्षा, शोध, अकादमिक, नीति और शासन में भी व्यवस्थागत बदलाव की आवश्यकता है।