फंदे से निकलने का कर रहा था प्रयास
स्थानीय निवासी शलभ सक्सेना ने बताया कि फंदे में फंसा गुलदार घायल हो गया था और फंदे से निकलने का प्रयास कर रहा था। तभी दो युवक उसके साथ फोटो खींचने और वीडियो बनाने के लिए उसके करीब पहुंच गए। जिससे गुलदार घबरा गया और खुद को छुड़ाने के लिए झटके मारने लगा। इस दौरान अचानक गुलदार फंदे से निकल गया और उसने एक युवक पर हमला कर दिया। तभी ग्रामीणों के शोर मचाने पर गुलदार जंगल की ओर भाग गया और युवक बाल-बाल बचा।
वन विभाग की टीम गुलदार को तलाशने में जुटी
इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गुलदार की तलाश में जुट गई। रायपुर रेंज के अधिकारियाें ने बताया कि रातभर क्षेत्र में गश्त की जा रही है और गुलदार को रिहायशी क्षेत्र से दूर भगाने के लिए हवाई फायर की जा रही हैं। किमाड़ी और कद्दूवाला क्षेत्र में भी दो गुलदार देखे जाने की सूचना है।
पिछले साल भी दून में कई क्षेत्रों में था गुलदार का आतंक
देहरादून के बाहरी क्षेत्रों में सर्दियों में वन्यजीवों की चहलकदमी बढ़ जाती है। बीते वर्ष भी शीतकाल में दून के विभिन्न क्षेत्रों में गुलदार के हमलों से दहशत फैली हुई थी। सिगली, डांडा लखौंड, शिवगंगा एनक्लेव, कैनाल रोड, सोंधोवाली, चीड़ोंवाली, संतलादेवी क्षेत्र में भी गुलदार नजर आने के बाद गश्त बढ़ा दी गई थी। बीते वर्ष अक्टूबर में सिगली गांव में घर के आंगन में गुलदार ने एक चार वर्षीय बच्चे को निवाला बना लिया था।
इसके कुछ समय बाद ही सोंधोवाली में गुलदार ने एक बालक पर हमला कर उसे घायल कर दिया था। गुलदार की रिहायशी क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही धमक को देखते हुए वन विभाग सतर्क हो गया है। रायपुर और मालसी रेंज के साथ ही मुख्यालय की रेस्क्यू टीम को भी गश्त करने को कहा गया है।