देश की 9वीं वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रेन राजधानी भोपाल से चलने वाली है. नागपुर से वंदे भारत ट्रेन की रैक राजधानी भोपाल पहुंच गई. संभवत: एक अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) रानी कमलापति स्टेशन से वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं. इस आयोजन को लेकर रेलवे के बड़े अधिकारियों ने राजधानी भोपाल में अपना डेरा डाल दिया है.

वहीं व्यवस्थाओं की हर बारीकी पर विशेष रूप से नजर रखी जा रही है. बता दे कि वंदे भारत ट्रेन स्पीड के मामले में शताब्दी एक्सप्रेस को पीछे छोड़ देगी. यह ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस की स्पीड के मामले में सवा घंटे पहले ही भोपाल से दिल्ली पहुंच जाएगी.

देश की 9वीं वंदे भारत ट्रेन चलेगी भोपाल

बता दें कि अब तक देश में आठ वंदे भारत ट्रेन चल रही थी, लेकिन अब 9वीं वंदे भारत ट्रेन राजधानी भोपाल से दिल्ली के लिए शुरु होने जा रही है. अब तक यह ट्रेन हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी, नागपुर-बिलासपुर, दिल्ली-अंब अंदौरा, गांधीनगर-मुंबई, चेन्नई-मैसूर वंदे, नई दिल्ली वाराणसी, नई दिल्ली-वैष्णोदेवी, मुंबई सेंट्रल-गांधी नगर के बाद अब 9वीं वंदे भारत ट्रेन भोपाल-दिल्ली के लिए शुरु होने जा रही है.

शताब्दी को छोड़ी पीछे

बता दें कि वंदे भारत शताब्दी एक्सप्रेस को भी पीछे छोड़ देगी. वंदे भारत ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस की तुलना में सवा घंटे पहले भोपाल से दिल्ली पहुंचेगी. बता दें कि यह वंदे भारत ट्रेन राजधानी भोपाल के कमलापति स्टेशन से सुबह 5.55 बजे पर चलेगी, जो 11.40 बजे आगरा पहुंचेगी, जबकि 1.45 बजे दिल्ली पहुंच जाएगी. वापसी में नई दिल्ली से यह ट्रेन दोपहर 2.45 बजे चलकर 4.45 बजे आगरा और रात 10.35 बजे रानी कमलापति स्टेशन पहुंचेगी. कुल मिलाकर वंदे भारत ट्रेन 16 घंटे 40 मिनट में भोपाल से चलकर वापस भोपाल पहुंच जाएगी.

शनिवार छोड़ सप्ताह में 6 दिन संचालन

बता दें कि वंदे भारत ट्रेन शनिवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी. पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा 24 मार्च को इसका आदेश भी जारी कर दिया गया है. वंदे भारत ट्रेन में कुल 16 कोच है, इसमें 14 एसी चेयर कार और 2 एग्जीक्यूटिव क्लास कोच हैं. इस ट्रेन में एक साथ 1128 यात्री सफर कर सकेंगे. ट्रेन में ही यात्रियों को लंच और डिनर की सुविधा भी जाएगी. वंदे भारत ट्रेन में सुरक्षा की दृष्टि हाईटेक व्यवस्था है.

ट्रेन की सुरक्षा के लिए सभी कोच में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ट्रेन के ऑटोमैटिक दरवाजे हैं. ट्रेन रुकने पर ही दरवाजे खुलेंगे, जबकि पूरी तरह से ट्रेन के दरवाजे बंद होने के बाद ही ट्रेन आगे चलेगी. इतना ही नहीं इमरजेंसी में ट्रेन को रोकने के लिए चेन खींचने की जरूरत नहीं है, बल्कि यात्री की कुर्सी में ही एक अलार्म बटन होगा, जिसे दबाते ही ट्रेन रुक जाएगी. ट्रेन पूरी तरह से वाई-फाई से लैस है.

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