महिलाओं ने ट्रक के सामने बैठकर अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। महिलाओं का कहना था कि यहां पर प्रतिदिन कई टन कूड़ा एकत्र कर दिया जाता है। इसका कोई निस्तारण नहीं किया जा रहा है। यहां पर कूड़ा एकत्र होने की वजह से आसपास के लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। कूड़ा घर बनने की वजह से लोग यहां से अपना मकान बेचकर जा रहे हैं।
पिछले डेढ़ साल से डंपिंग यार्ड का विरोध
स्थानीय निवासी दीपक कुमार ने बताया कि वह पिछले डेढ़ साल से डंपिंग यार्ड का विरोध कर रहे हैं। डंपिंग यार्ड की वजह से भूजल भी दूषित हो रहा है। निस्तारण केंद्र हटाने के लिए केंद्रीय मंत्री से भी मुलाकात की जा चुकी है। लोगों के विरोध को देखते हुए निगम अधिकारियों ने पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए महिलाओं को पीछे किया
पुलिस ने महिलाओं को पहले तो समझाने को प्रयास किया। वह नहीं हटी तो फिर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए महिलाओं को पीछे किया। जिसके बाद चार ट्रक निस्तारण केंद्र पर भेजे गए। नगर निगम कार्यकारी अभियंता नितिन कादियान ने कहा कि कचरे को लेकर निस्तारित किया जा रहा हैं। यहां पर कूड़ा एकत्र नहीं किया जाएगा।