चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस द्वारा क्षमता निर्माण के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली 112 में कार्यरत संचार अधिकारियों को साफ्ट स्किल ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि हरियाणा 112 में प्राप्त होने वाली शिकायतों पर कार्रवाई करने में तेजी और सुधार आ सके।
यह प्रशिक्षण इंडिगो टीम द्वारा अलग-अलग सत्रों में दिया जा रहा है। इन प्रशिक्षण सत्रों के माध्यम से अब तक हरियाणा पुलिस के 149 संचार अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
इस तरह से डिजाइन है प्रशिक्षण कार्यक्रम
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है ताकि संचार अधिकारी हरियाणा 112 पर प्राप्त होने वाले कॉल को प्रभावी तरीके से समझते हुए उसका जवाब दे सकें।
ईआरएसएस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हरदीप दून ने बताया कि प्रशिक्षण में प्रभावी संचार सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट भाषा और उच्चारण को तटस्थ करने के महत्व पर जोर दिया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कालर को भावनात्मक समर्थन और आश्वासन प्रदान करने के लिए कौशल विकसित करना जरूरी है।
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इस तरह से काम करती है आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली
आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली आपात स्थिति में नागरिकों के लिए समस्त भारत के लिए एकल संख्या आधारित आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली है।
आपातकालीन संदेशों को संभालने के लिए प्रत्येक राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों में एक आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र को स्थापित करने की आवश्यकता होती है। अगर आपको पुलिस, अग्नि शमन, स्वास्थ्य और अन्य सेवाओं से आपातकालीन सहायता की आवश्यकता है, तो आप यह कर सकते हैं।
- अपने फोन से 112 डायल करें।
- पैनिक बटन को सक्रिय करने के लिए तीन बार अपने स्मार्ट फोन पर पावर बटन दबाएं।
- फीचर फोन के मामले में, पैनिक बटन को सक्रिय करने के लिए ‘5’ या ‘9’ का बटन दबाएं।
- राज्य की ईआरएसएस वेबसाइट पर लाग आन करें और अपना एसओएस संदेश दें।
- राज्य ईआरसी को ईमेल द्वारा एसओएस संदेश दें ।
- ईआरसी को एक तत्काल संदेश भेजने के लिए 112 इंडिया मोबाइल ऐप का उपयोग करें।
- महिलाओं और बच्चों के मामले में आप SHOUT सुविधा को उपयोग करने के लिए 112 इंडिया मोबाइल ऐप का उपयोग कर सकते हैं, जो ईआरसी को सूचित करने के अलावा तत्काल सहायता के लिए पंजीकृत स्वयंसेवकों को अलर्ट करता है।