देहरादून। अलकनंदा एन्क्लेव में नौ दिसंबर की रात्रि ओएनजीसी से सेवानिवृत्त अभियंता अशोक कुमार गर्ग की हत्या की रात भले दोनों आरोपित अपने घर जाकर छिप गए हों, लेकिन हत्या में प्रयुक्त पेपर कटर व खून से सने कपड़े फेंकने के लिए वह 24 घंटे बाद घर से निकले।
स्कूटी पर निकले आरोपितों ने करीब 15 किमी दूर कैनाल रोड पर एक खाली प्लाट में पेपर कटर व कपड़े फेंक दिए थे। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने शुक्रवार को पेपर कटर व कपड़े बरामद कर लिए। इसके बाद आरोपितों को कोर्ट के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
सेवानिवृत्त अभियंता अशोक कुमार गर्ग हत्याकांड में जांच के बाद बुधवार रात को ग्राम-खेडी थाना-दौराला जिला-मेरठ निवासी नवीन कुमार चौधरी और बड़े मंदिर के पास जैन मोहल्ला बड़ौत जिला-बागपत उत्तर प्रदेश निवासी अनंत जैन को गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि नौ दिसंबर को वह कमरा देखने के लिए अलकनंदा एन्कलेव में अशोक कुमार गर्ग के घर पहुंचे। उन्हें बुजुर्ग के अकेले रहने व बैंक अकाउंट में काफी रकम होने का पता चला तो उन्होंने लूट की साजिश रची। उन्होंने एटीएम छीनकर बुजुर्ग से उसका पासवर्ड पूछा, लेकिन जब गर्ग ने पासवर्ड नहीं बताया तो उन्होंने धारदार कटर से प्रहार कर उनकी हत्या कर डाली।
घटना के बाद आरोपितों के घटना के समय पहने कपड़े व जिस कटर से बुजुर्ग की हत्या की गई थी, वह बरामद नहीं हो पाया। गुरुवार रात को पुलिस ने दोनों आरोपितों से पूछताछ की, तो आरोपितों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने कपड़े व कटर कैनाल रोड स्थित एक खाली प्लाट में फेंके हैं।
पुलिस आरोपितों को साथ लेकर गई और उनकी निशानदेही कपड़ों का बैग बरामद कर लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि आरोपितों ने एक बैग के अंदर खून से सने कपड़े व कटर रखा हुआ था। यह बैग मुख्य मार्ग से करीब 30 से 40 मीटर अंदर फेंका हुआ था। यदि बैग पर किसी की नजर पड़ती तो वह उसे ले जा सकता था, लेकिन रास्ता ऊबड़ खाबड़ होने के चलते वहां पर किसी का आना जाना नहीं है।

टेबल में पड़ी पासबुक देख डोला मन तो कर दी बुजुर्ग की हत्या

नौ दिसंबर की रात लगभग साढ़े आठ बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि वसंत विहार थाना क्षेत्र के जीएमएस रोड स्थित अलकनंदा एन्क्लेव में 76 वर्षीय अशोक कुमार गर्ग की हत्या हो गई है। उनके गले व पेट पर किसी धारदार हथियार से प्रहार के घाव थे। अशोक कुमार की दो बेटियां हैं, जिनमें एक गुरुग्राम और दूसरी चेन्नई रहती है। उनकी पत्नी का पांच वर्ष पूर्व निधन हो गया था।
इसके बाद से अशोक गर्ग पूरे मकान में अकेले रहते थे। घटना के दिन नवीन व अनंत दोपहर साढ़े 12 बजे कमरा देखने आए और रात में या अगले दिन अग्रिम धनराशि देने की बात कहकर चले गए। पुलिस ने जब हत्या के बाद पूरे इलाके में विभिन्न मार्गों पर लगे सीसीटीवी की फुटेज जांची तो रात्रि करीब आठ बजे दो युवक जाते हुए नजर आए। उक्त दोनों युवकों को मुख्य संदिग्ध मानकर पुलिस जांच आगे बढ़ाती गई और बुधवार देर रात दोनों आरोपितों को दबोच लिया गया। दोनों आरोपित एक-दूसरे को पहले से जानते थे।

क्राइम पेट्रोल देखकर बनाई थी पूरी योजना

पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्होंने क्राइम पेट्रोल देखकर लूट की योजना बनाई थी। वह बुजुर्ग को डरा धमकाकर रुपये लूटना चाहते थे, लेकिन बुजुर्ग के विरोध करने और अनंत की पहचान करने पर उन्होंने बुजुर्ग की हत्या कर दी। इसके बाद घटना के समय कपड़ों को ठिकाने लगाने के लिए शहर से दूर गए, जहां उन्होंने ऐसी जगह कपड़े फेंके जहां किसी की नजर न पड़े। कपड़ों व कटर को लेकर दोनों पुलिस को लगातार गुमराह कर रहे थे।

सूचना पाकर अनंत के स्वजन पहुंचे देहरादून

बड़ौत जिला-बागपत उत्तर प्रदेश निवासी अनंत जैन के स्वजन घटना की सूचना पाकर शुक्रवार को देहरादून पहुंचे और पुलिस से बातचीत की। उन्होंने कहा कि उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा है अनंत ऐसा काम कर सकता है। अनंत ने बीएएलएलबी की हुई है, लेकिन वकालत में अधिक मुनाफा न होने के चलते उसने फाइनेंस का काम करना शुरू कर दिया।

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