प्रयागराज। जैसे-जैसे सर्दी अपने चरम की ओर बढ़ रही है, वैसे-वैसे घरों, सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर ठिठुरन की तस्वीरें उभर रही हैं। घरों में कंबल में लिपटे बच्चे, रजाई में छुपे बुजुर्ग और बाहर जलते टायरों की रोशनी में गरमाहट तलाशते लोग।
यह नजारे सर्दी के असल हालात को बयान करते हैं।ठंडी हवाओं के साथ आई गलन ने कंपकंपी बढ़ा दी है। लोग शाम होते-होते घरों में दुबक जा रहे हैं। वहीं फुटपाथों और रेलवे प्लेटफार्मों पर सोने वालों के लिए रात बिताना किसी लड़ाई से कम नहीं बनाया है। वह ठिठुरते हुए उम्मीदों का अलाव जलाए हुए है।
रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, और सड़कों पर खुले आसमान के नीचे रातें बिताने वालों के पास ठंड से बचाव के नाम पर केवल चादर, फटी-पुरानी रजाई और कभी-कभार अलाव का सहारा है। कई लोग कागज, पन्नी और पुराने टायर जलाकर खुद को गरम रखने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, ये उपाय अस्थायी हैं और ठंडी हवाओं के सामने बेअसर साबित हो रहे हैं।
गुरुवार और शुक्रवार के बीच अधिकतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.2 डिग्री कम होकर 7.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24.7 डिग्री और न्यूनतम 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे दिन और रात दोनों ठंडे रहे।दिन में भी ठंडी हवाओं ने कंपकंपी बढ़ा दी, जिससे लोगों को राहत नहीं मिली।खुले आसमान के नीचे रहने वाले गरीब और बेघर लोगों के लिए यह मौसम किसी चुनौती से कम नहीं है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वायुमंडलीय एवं समुद्र अध्ययन केंद्र के मौसम विज्ञानी डा. शैलेंद्र राय ने बताया कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का सीधा असर उत्तर भारत के शहरों पर पड़ रहा है। न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है और आने वाले दिनों में इसमें और गिरावट की संभावना है।
वह कहते हैं कि अभी घना कोहरा नहीं छाया है, लेकिन आसमान खुला होने और सर्द हवाओं ने गलन को बढ़ा दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान अगले कुछ दिनों में और गिरने की संभावना है। अधिकतम तापमान में भी गिरावट जारी रहेगी।

कमजोर इम्यूनिटी वाले रहे सावधान

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ठंड के प्रभाव को गंभीरता से लेने की सलाह दी है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों, बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान रखने की अपील की गई है। डाक्टरों ने गर्म कपड़े पहनने, गरम पेय पदार्थों का सेवन करने और ठंडे मौसम में बाहर कम निकलने की सलाह दी है।

मुरादाबाद: अगले तीन दिन ठंडा हवा चलने से ठंड और बढ़ेगी

दिसंबर आधा गुजरने के बाद ठंड बढ़ गई है। घर से बाहर निकलते ही ठिठुरन और हाथ पैर सुन्न हो रहे हैं। पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हुई है। इसका असर मैदानी इलाकों में शुरू हो गया है। शुक्रवार को ठंडी हवा के चलते धूप में तेजी नहीं रही। न्यूनतम तापमान आठ डिग्री पहुंच गया है।
आने वाले तीन दिनों में मौसम विशेषज्ञों ने ठंडी हवा चलने की संभावना जताई है। पहले ही लालिमा के चलते ठंडी हवाएं चलने की संभावना जताई जा रही थी। दिसंबर और जनवरी में लालिमा का असर रहेगा। शनिवार को सात डिग्री तक न्यूनतम तापमान पहुंच सकता है जिससे ठंड और बढ़ेगी।

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