बदायूं। बिल्सी के भाजपा विधायक हरीश शाक्य, उनके भाइयों समेत 16 लोगों पर अभियोग दर्ज करने के आदेश हुए हैं। आरोप है कि इन लोगों ने भूमि पर कब्जा, फिर समझौते के बहाने महिला को बुलाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। गुरुवार को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट लीलू चौधरी ने इस संबंध में सिविल लाइंस थाने की पुलिस को आदेशित किया कि अभियोग दर्ज कर 10 दिन में सूचित करें। इस प्रकरण पर विधायक ने कहा कि उन्हें न्यायालय पर भरोसा है। जांच के दौरान सच सामने आ जाएगा।
कोर्ट में प्रार्थना-पत्र देने वाले व्यक्ति ने बताया कि बुधवाई गांव में उनके पिता के नाम से भूमि है। जुलाई 2022 में भाजपा विधायक हरीश शाक्य के भाई सत्येंद्र शाक्य, धर्मपाल शाक्य और ब्रजेश कुमार शाक्य, हरिशंकर शाक्य, अनेगपाल, आनंद प्रकाश अग्रवाल, अनुराग अग्रवाल, मनोज कुमार गोयल, शैलेंद्र कुमार सिंह, हरिश्चंद्र वर्मा, रामपाल, चंद्रावती, दिनेश कुमार, विपिन, दिनेश ने अलग-अलग समय पर संपर्क किया।
इन लोगों ने कहा कि भूमि उनके काम की है, इसलिए बेच दो, इस पर पिता ने इनकार कर दिया। इससे नाराज होकर उक्त लोग पिता को जबरन विधायक हरीश शाक्य के पास ले गए, उन्होंने भी भूमि बिक्री का दबाव बनाया। मजबूरन पिता ने कहा कि 80 लाख रुपये प्रति बीघा का दाम चल रहा, इसके अनुसार भूमि की कीमत 17.38 करोड़ रुपये बनती है।
इन लोगों ने कहा कि भूमि उनके काम की है, इसलिए बेच दो, इस पर पिता ने इनकार कर दिया। इससे नाराज होकर उक्त लोग पिता को जबरन विधायक हरीश शाक्य के पास ले गए, उन्होंने भी भूमि बिक्री का दबाव बनाया। मजबूरन पिता ने कहा कि 80 लाख रुपये प्रति बीघा का दाम चल रहा, इसके अनुसार भूमि की कीमत 17.38 करोड़ रुपये बनती है।
इस पर विधायक समर्थकों ने 16.50 करोड़ में सौदा तय किया। एक लाख रुपये एडवांस देकर कहा कि एग्रीमेंट के समय 40 प्रतिशत भुगतान कर दिया जाएगा, मगर बाद में मुकर गए। विरोध करने पर स्वजन को प्रताड़ित किया जाने लगा, इससे परेशान होकर चचेरे भाई ने आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद आरोपितों ने चचेरी भाभी व चाची को मोहरा बनाकर दो प्राथमिकी करा दीं। इसमें समझौता कराने के नाम पर 30 लाख रुपये ले लिए। ये घटनाक्रम एक वर्ष से ज्यादा समय तक चलते रहे। बाद में भूमि को चार करोड़ की दर्शाते हुए पिता से जबरन अंगूठा लगवा लिया। इसकी शिकायत अधिकारियों के कार्यालयों में की तो आरोपितों ने सितंबर 2024 को समझौते की बात कही।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि समझौते के बहाने उनकी पत्नी को बुलाया गया और फिर आरोपितों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। थाने में सुनवाई नहीं होने पर कोर्ट में प्रार्थना-पत्र दिया था, वहां से कार्रवाई के आदेश हुए कि अभियोग पंजीकृत कर विवेचना की जाए।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि समझौते के बहाने उनकी पत्नी को बुलाया गया और फिर आरोपितों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। थाने में सुनवाई नहीं होने पर कोर्ट में प्रार्थना-पत्र दिया था, वहां से कार्रवाई के आदेश हुए कि अभियोग पंजीकृत कर विवेचना की जाए।
न्यायालय का सम्मान, जांच में पूरा सहयोग करेंगे : विधायक
इस संबंध में विधायक हरीश शाक्य ने कहा कि आरोप क्यों लगाए गए, किसने लगाए, इस बारे में अभी कुछ नहीं कहना है। मैं न्यायालय का सम्मान करता हूं। प्रकरण की गहराई से जांच की जाए तो सच सामने आ जाएगा। मैं जांच में पुलिस की मदद करुंगा। मुझे न्यायिक प्रक्रिया पर भरोसा है।