इसे धर्म, जाति से ऊपर कालेज ही बना रहने दिया जाए। प्रशासन ने ऐसी गतिविधियों पर रोक नहीं लगाया तो छात्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। एडीसीपी चंद्रकांत मीणा, एसीपी विदुष सक्सेना फोर्स के साथ पहुंच गए थे।
प्राचार्य बोले वर्ष 2018 का मामला, दिया जा चुका है जवाब
उदय प्रताप कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डीके सिंह ने बताया कि जब से वक्फ बोर्ड का नोटिस कालेज को देने का मामला इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ है, तब से मजार पर नमाजियों की संख्या बढ़ी है।
कहा कि वर्ष 2018 में एक नोटिस कालेज प्रशासन को मिला था, जिसका 15 दिनों में साक्ष्य के साथ जवाब दिया जा चुका है। वर्तमान में कोई कोई नोटिस कालेज प्रशासन को नहीं मिला। कहा कि यह शिक्षण संस्थान है, पूर्व में 15-20 नमाजी मजार पर पहुंचते थे, जिसमें अप्रत्याशित इजाफा ठीक नहीं है। कालेज परिसर में ऐसी गतिविधियां स्वीकार्य नहीं होंगी।
संभल की घटना के दृष्टिगत नमाज के दौरान जनपद में रहा अलर्ट
22 नवंबर शुक्रवार को मस्जिद में सर्वे के दौरान संभल में बड़ा बवाल हुआ था। उस घटना के दृष्टिगत पुलिस शुक्रवार को नमाज के दौरान जनपद में अलर्ट रही। शहर में ज्ञानवापी के अलावा बजरडीहा, लल्लापुरा, नई सड़क, मदनपुरा, बेनियाबाग आदि क्षेत्रों में मस्जिद के इर्दगिर्द पुलिस सतर्क रही।
पुलिस कमिश्नरेट के वरुणा जोन, काशी जोन, गोमती जोन में पुलिस सतर्कता का आदेश था। एसीपी चेतगंज गौरव कुमार ने बताया कि जामा मस्जिद समेत छोटी-बड़ी सभी मस्जिदों के इर्दगिर्द पुलिस अलर्ट रही। अधिकारी भी नमाज पूर्ण होने तक सेट के जरिए जानकारी ले रहे थे। हालांकि, भाई-चारे के भाव से सबकुछ शांतिपूर्ण तरीके से बीत गया।