अक्षय का आरोप था कि आरोपित उनकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रहे थे। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो आरोपितों ने उन पर हमला कर दिया। मामले की विवेचना आरोपित दारोगा महेश चंद्र को दी गई। जब महेश ने विवेचना शुरू की तो कैलाश ने जानलेवा हमले की बात से इनकार किया, लेकिन विवेचक मानने को तैयार नहीं था।
हत्या के प्रयास की धारा हटाने के नाम पर मांगी मोटी रकम
आरोपित दारोगा ने विवेचना में हत्या के प्रयास की धारा हटाने के नाम पर मोटी रकम की मांग कर ली। पहले तो कैलाश ने मना किया, लेकिन जब दारोगा ने धमकाना शुरू किया तो उन्होंने शुरूआत में 15 हजार रुपये रिश्वत देने की बात कही। कैलाश ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन से की।
सीओ एंटी करप्शन ने मामले की जांच कराई तो पता चला कि आरोपित दारोगा पहले भी कई लोगों से रिश्वत ले चुका था। इसके बाद टीम ने पूरा ट्रैप सेट किया और शुक्रवार को उसे पकड़ने की योजना तैयार की गई।
रुपयों पर लगा पाउडर लेकर पहुंचे
डीएम के आदेश पर एक टीम गठित हुई। 15 हजार रुपयों पर पाउडर लगाया और कैलाश को पकड़ा दिए। कैलाश रुपये लेकर दारोगा के पास पहुंचे। आरोपित दारोगा ने जब रुपये अपने हाथ में ले लिए तो कैलाश ने टीम को इशारा कर दिया। टीम ने तत्काल आरोपित दारोगा को दबोचा और हाथ धुलाए। हाथों से गुलाबी रंग छूटा इसके बाद बाद टीम उसे गिरफ्तार कर भमोरा थाने ले आई। उसके विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत की गई है।
विभागीय जांच भी होगी आरोपित दारोगा के विरुद्ध
भ्रष्टाचार की प्राथमिकी पंजीकृत होने के बाद आरोपित दारोगा के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के साथ ही विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। इसी के साथ एसएसपी अनुराग आर्य उसके विरुद्ध विभागीय जांच भी कराएंगे जिससे पुराने मामलों की भी परत खुल सके।