पार्किंग में करीब दो हजार से अधिक वाहनों को खड़ा करने की क्षमता होगी। साथ ही यहां पर्यटकों को रिफ्रेशमेंट के लिए कैफेटेरिया, शौचालय आदि की सुविधा मिलेगी। पर्यटन विभाग का दावा है कि वर्ष 2026 तक रोप-वे का निर्माण पूर्ण हो जाएगा।
15 मिनट में होगा डेढ़ घंटे का सफर
आमतौर पर पर्यटन सीजन में पर्यटकों को देहरादून से मसूरी पहुंचने के लिए 1.5 से तीन घंटे का समय लगता है। लेकिन रोप-वे के माध्यम से पर्यटक मात्र 15 मिनट में सफर पूर्ण कर मसूरी का आनंद ले सकेंगे। सड़क मार्ग से देहरादून से मसूरी की दूरी 33 किमी है। जबकि रोप-वे से यह दूरी 5.5 किमी की हो रही है। रोप-वे में आटोमैटिक यात्री ट्रालियां लगायी जाएंगी। जिनके दरवाजे स्वचलित तरह से खुले और बंद होंगे। इन ट्रालियों के माध्यम से एक घंटे में एक ओर से करीब 1300 यात्री पहुंच सकेंगे।
खूबसूरत नजारों के बीच होगा सफर, जाम से मिलेगी मुक्ति
रोप-वे के माध्यम से मसूरी का सफर पर्यटकों के लिए अत्यधिक रोमांच और खूबसूरत नजारों से भरा होगा। पहाड़ों के बीच से गुजर कर पर्यटक सीधे मसूरी की माल रोड में दस्तक देंगे। इससे पर्यटक सीजन में देहरादून की मसूरी और मसूरी नगर में लगने वाले जाम में भी अंकुश लगेगा।
पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पर्यटन सीजन रोजाना 10 हजार से अधिक पर्यटक मसूरी पहुंचते हैं। ऐसे में मसूरी में यातायात बाधित हो जाता है और वाहन पार्किंग की भी समस्या होती है।
पर्यटन विभाग के राजस्व को इजाफा, चमकेगा पुरकुल
दून-मसूरी रोप-वे से पर्यटन विभाग के राजस्व में अच्छा-खासा इजाफा होगा। साथ ही पुरकुल गांव में दिनभर वाहनों और पर्यटकों की चहल-पहल रहेगी। जिससे स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। वहीं, पर्यटकों को प्रदूषण मुक्त सफर कर सकेंगे।