सीएम ने विधायकों से वन-टू-वन मुलाकात की
मुख्यमंत्री ने बुधवार शाम को चार से छह बजे तक विधायकों से वन-टू-वन मुलाकात की और उनसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए जानकारी हासिल की। विधायकों ने मुख्यमंत्री को अपने कामों में आ रही बाधाओं तथा अधिकारियों द्वारा सहयोग नहीं किए जाने की जानकारी दी।
सीएम ने विधायकों को दिए ये टास्क
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक विधायक को उन समस्याओं की सूची और पीड़ित लोगों के शिकायत पत्र थमा दिये, जो अपनी समस्याएं लेकर सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय आए थे। विधायकों से कहा गया कि वे इन लोगों से स्वयं संपर्क साधें और उनकी समस्याओं का समाधान कराएं।
विधायकों ने अधिकारियों की मनमर्जी की शिकायत की
मुख्यमंत्री के समक्ष बातचीत के दौरान कई विधायकों ने अधिकारियों की मनमर्जी तथा विधानसभा चुनाव में उनके कांग्रेस प्रेम का मुद्दा भी उठाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पास लगभग पूरी रिपोर्ट है, लेकिन फिर भी विधायक उन्हें ऐसे अधिकारियों के नाम और पद के साथ उनके आरोप के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करें, ताकि उनके विरुद्ध जांच के बाद कार्रवाई की जा सके।
मंत्रियों को भी ऐसे अधिकारियों की सूची सौंपने के लिए कहा गया है। सीएम ने उच्चाधिकारियों से कहा कि किसी भी विधायक के काम में कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने की करनाल विधानसभा की चिंता
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी लाडवा से विधायक हैं, लेकिन उन्होंने करनाल विधानसभा क्षेत्र की विशेष रूप से चिंता की। करनाल के भाजपा विधायक जगमोहन आनंद से उन्होंने करनाल के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद कहा कि वे उनके प्रतिनिधि हैं।
भले ही मुख्यमंत्री लाडवा से चुनाव जीते हैं, लेकिन करनाल में ही मेरे ही परिवार के लोग हैं। सीएम ने जगमोहन आनंद से कहा कि यदि किसी को भी करनाल में कोई दिक्कत आए तो वे उनके प्रतिनिधि के नाते लोगों की तुरंत प्रभाव से मदद करें। बड़खल के भाजपा विधायक धनेश अदलखा ने मुख्यमंत्री को भितरघात करने वाले अधिकारियों की जानकारी दी और कहा कि ऐसे अफसरों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये।