दशहरा के पावन पर्व पर विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री और बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त तय किया गया। मंगलवार को मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरशाली गांव स्थित मंदिर परिसर में पुरोहित समाज की बैठक में मुहूर्त निकाला गया। साथ ही द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर और तुंगनाथ मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि घोषित की गई। आइए जानते है कब किस मुहुर्त पर कौन से धाम के कपाट बंद होंगे।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में बर्फबारी की शुरुआत होते ही अब एक-एक करके मंदिरों के कपाट बंद होने लगे हैं। इसी कड़ी में अब बद्रीनाथ धाम , द्वितीय केदार मध्यमेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद करने की तिथि एवं मुहूर्त विजयदशमी पर्व पर बुधवार को तय हो गए। इस मौके पर केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने का मुहूर्त भी निकाला गया है। परंपरा के अनुसार केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज पर्व पर 15 नवंबर को और गंगोत्री के कपाट इससे एक दिन पूर्व अन्नकूट पर्व पर 14 नवंबर को बंद किए जाएंगे।
बताया जा रहा है कि बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर शाम तीन बजकर 33 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद होंगे। कपाट बंद करने के शुभ मुहूर्त की घोषणा भी आज की गई। वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर बुधवार को भाई दूज के पावन पर्व पर 11 बजकर 57 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त(मकर लग्न) में विशेष पूजा अर्चना के बाद छह माह के लिए बंद किए जाएंगे। वहीं आज ही तुंगनाथ के कपाट बंद करने की तिथि घोषित की गई। तुंगनाथ मंदिर के कपाट आगामी एक नवंबर को बंद होंगे।
तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल मर्कटेश्वर मंदिर में भी सुबह आठ बजे से विशेष पूजा-अर्चना शुरू हुई थी। इस वर्ष मंदिर में आराध्य के दर्शनों को अभी तक रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंचे हैं। वहीं आपको बता दें कि गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त शारदीय नवरात्र के पहले दिन तय किया गया था। गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए 14 नवंबर को अन्नकूट के पावन पर्व पर अभिजीत मुहूर्त की शुभ बेला पर 11 बजकर 45 मिनट पर बंद किए जाएंगे।
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