नई दिल्ली. मध्य प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में सोशल मीडिया के जरिए जिहादी सोच को बढ़ावा देने वाले आतंकी संगठन जेएमबी (Jamaat-ul-Mujahideen Bangladesh JMB Case ) के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए द्वारा एक बड़ी कार्रवाई की गई. एनआईए ने आतंकी संगठन के खिलाफ दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है. दरअसल, मध्य प्रदेश में सक्रिय आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन पर बांग्लादेश (JMB Bhopal Case ) से जुड़े मामले में एनआईए ने तफ्तीश करते हुए दूसरा सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर किया है. एनआईए के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक, इस दूसरे सप्लीमेंट्री चार्जशीट में तीन प्रमुख आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है, जिसके नाम इस प्रकार से हैं.
1. हमीदुल्ला उर्फ मुफक्किर उर्फ मंसूर उर्फ तल्हा (Hamidulla @ Mufakir @ Raju Gazi @ Chamed Ali Miya @ Mansoor @ Talha ), ये आतंकी मूल रूप से बांग्लादेश की राजधानी ढाका के नारायणगंज इलाके (Division-Dhaka, Bangladesh ) का रहने वाला है.
2. मोहम्मद शहादत हुसैन उर्फ अब्दुल्ला उर्फ हफीजुल हक़ उर्फ ओबेदुल्ला (Mohd. Shahadat Hussain @ Abidulla @ Hafijul Haque @ Obaidulla ), एनआईए के मुताबिक ये आतंकी भी मूल रूप से बांग्लादेश की राजधानी ढाका के मदारीपुर इलाके का रहने वाला है .
3. तल्हा तालुकदार (Talha Talukder Faruq), ये आतंकी पिछले काफी समय से आतंकी संगठन के लिए काम कर रहा था. बांग्लादेश से लेकर भारत के मध्य प्रदेश राज्य सहित कई अन्य राज्यों में अपने संगठन के प्रचार -प्रसार सहित उस आतंकी संगठन में युवाओं की भर्ती के लिए काम कर रहा था. इसके साथ ही सोशल मीडिया के जरिए भारत में जिहादी सोच को बढ़ाने में जुटा हुआ था.
सोशल मीडिया के जरिए जिहादी सोच को फैलाने की थी साजिश
जांच एजेंसी एनआईए के तफ्तीशकर्ताओं के मुताबिक इस मामले की पड़ताल के दौरान ये बात सामने आई की ये तीनों आतंकी सहित इसके संगठन से जुड़े कई अन्य आतंकी ने बांग्लादेश से भारत में अवैध तरीके से प्रवेश किया था. भारत में मुस्लिम युवाओं को भ्रमित करके और सोशल मीडिया के जरिए गलत खबरों को प्रकाशित -प्रचार करके देश विरोधी गतिविधियों में शामिल करने की साजिश ये आतंकी रच रहे थे. कैसे मुस्लिम युवाओं को भारत और यहां की लोकतांत्रिक प्रणाली के खिलाफ जिहाद करने के नाम पर भड़काया जाए, इसकी साजिश की गई थी. लेकिन वो अपनी गंदी सोच को फैला सके उससे पहले ही जांच एजेंसी के रडार पर आतंकी और उसके संगठन से जुड़े तमाम इनपुट्स, सबूत आ गए और इससे साजिश का पर्दाफाश हो गया.
बांग्लादेश के कई आतंकियों के संपर्क में था ये कट्टरपंथी
पिछले साल 14 मार्च को मध्य प्रदेश की एटीएस की टीम ने प्रतिबंधित संगठन जेएमबी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. बाद में उसी मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए को इस मामले की तफ्तीश का जिम्मा सौंप दिया गया. इस मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. एनआईए की तफ्तीश में ये इनपुट सामने आया था कि आरोपी अली असगर उन आतंकी सोच को सोशल मीडिया पर प्रचार -प्रसार करने में काफी एक्टिव था. इस मामले में तफ्तीश के दौरान ये जानकारी भी सामने आई कि ये आतंकी संगठन और उससे जुड़े आतंकी सोशल मीडिया पर जिहादी सोच को प्रसारित करने के लिए एक एन्क्रिप्टेड एप्लिकेशन मोबाइल एप्प का प्रयोग करते थे. उससे संबंधित इनपुट को भी जांच एजेंसी द्वारा खंगाला जा रहा है. इसके साथ ही उन लोगों के मध्य प्रदेश से लेकर बांग्लादेश तक के बीच फैले कई आतंकियों के कनेक्शन को खंगाला जा रहा है.
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