Anuj Tyagi
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने की सख्त कार्यवाही आरटीआई कार्यकर्ता की शिकायत पर दो फैक्ट्रियों को कारण बताओं नोटिस अन्य और उद्योग इकाइयों पर लगा 52 लाख का जुर्माना
मुजफ्फरनगर। जिले में वायु और जल प्रदूषण को लेकर गंभीर कार्यवाही की गई है। आरटीआई कार्यकर्ता सुमित मलिक द्वारा किसान दिवस पर जिलाधिकारी के समक्ष फैक्ट्रियों से फैल रहे प्रदूषण और प्रतिबंधित प्लास्टिक जलाने की शिकायत दर्ज कराने के बाद प्रशासन ने विशेष कदम उठाए। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और एसडीएम की संयुक्त टीम ने विशेष जांच दल बनाकर फैक्ट्रियों की जांच की।
जांच में भोपा रोड, जानसठ रोड और जौली रोड स्थित कुल 17 फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया गया। जांच रिपोर्ट में दो फैक्ट्रियों में गंभीर खामियां पाई गईं, जिन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इसके अलावा, कुछ उद्योगों में पर्यावरणीय अनियमितता पाई गई, जिसके कारण उन्हें 52 लाख 02 हजार 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी गीतेश चन्द्रा ने बताया कि सरकार द्वारा रिफ्यूज्ड ड्राईव फ्यूल जलाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कई फैक्ट्रियों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए वायु और जल प्रदूषण फैलाया। इस पर कड़ी कार्रवाई की गई है।
इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता सुमित मलिक ने प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि आम नागरिकों की आवाज को सही दिशा मिल रही है।







