ऋषिकेश। चारधाम यात्रा, लगातार स्नान पर्व और उसके बाद सप्ताहांत में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों का रैला तीर्थनगरी में उमड़ पड़ा। वाहनों के भारी दबाव के चलते सुबह साढ़े छह बजे ही पुलिस को प्लान बी लागू करना पड़ गया।
पहली बार अल सुबह पुलिस को ट्रैफिक संचालन के लिए प्लान लागू करना पड़ा। ऋषिकेश में पुलिस अफसर हरिद्वार से लेकर टिहरी और पौड़ी पुलिस से समन्वय बनाते रहे। वाहनों की संख्या इतनी अधिक थी कि ट्रैफिक के तीनों प्लान लागू करने पड़े। बावजूद वाहन रेंगकर चलते रहे।
हर साल जून पहले सप्ताह से लेकर बीस जून के आसपास तीर्थनगरी में यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है। चारधाम यात्रा के साथ ही सप्ताहांत में राफ्टिंग करने वालों की भीड़ भी रहती है। इस बार पांच मई को गंगा दशहरा स्नान, छह मई को निर्जला एकादशी का स्नान था।
इसके बाद सप्ताहांत में भीड़ पहले से अधिक रहती है। इस बार शनिवार को राजकीय अवकाश था। इसके चलते यात्रियों, पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी। हरिद्वार में दो दिन से स्नान पर्व के लिए रुके तीर्थयात्री भी चारधाम यात्रा के साथ ही ऋषिकेश के मठ, मंदिरों, आश्रमों के दर्शन के लिए निकले। चारधाम यात्रा पर आने वाले वाहनों का सिलसिला पहले से चल रहा था। आमतौर पर ऋषिकेश में जाम की शुरूआत सुबह नौ बजे के आसपास होती है। शनिवार को सुबह साढ़े छह बजे ही शहर से लेकर बाईपास तक में वाहन रेंगने लगे।
पुलिस ने भीड़ बढ़ने पर प्लान बी लागू किया। हरिद्वार में स्नान पर्व के लिए ठहरे यात्री भी ऋषिकेश की ओर आने लगे। इससे वाहनों का दबाव ऋषिकेश से लेकर तपोवन तक बढ़ गया। पुलिस ने प्लान सी भी लागू कर दिया। इसके बाद भी वाहनों का दबाव कम नहीं हुआ। वाहन शहर के अंदर से गुजरने वाले हाईवे से लेकर बाईपास तक रेंगकर चलते रहे।

क्या है प्लान ए, बी और सी

प्लान एक में पुलिस हरिद्वार से आने वाले वाहनों को सीधे ऋषिकेश भेजती है। यहां से वाहन शहर के अंदर और बाईपास से तपोवन की ओर जाते हैं। प्लान बी में वाहनों को रायवाला क्षेत्र के नेपाली फार्म तिराहे से डायवर्ट कर भानियवाला, रानीपोखरी होते हुए नटराज चौक ऋषिकेश भेजा जाता है। प्लान सी के तहत पुलिस नेपाली फार्म से भानियवाला, रानीपोखरी से गुजराड़ा नरेंद्रनगर होते हुए सीधे मुनिकीरेती थाने के भद्रकाली चौक भेजती है।

जिलों से समन्वय बनाने में जुटी रही एसपी

वाहनों का दबाव सुबह से बढ़ने पर एसपी जया बलोनी की अगुवाई में पुलिस टीम लगातार आसपास के जिलों के साथ समन्वय बनाने में जुटी रही। हरिद्वार में रुके यात्रियों के वाहन भी आते रहे। इसके साथ ही दिल्ली रूट से वाहनों का आवागमन पहले की तरह रहा। ऋषिकेश से हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी जिला जुड़ा है। ऋषिकेश में भीड़ बढ़ने पर पुलिस ने हरिद्वार की पार्किंग में कुछ समय वाहन रोकने को कहा।
टिहरी के तपोवन क्षेत्र में दबाव होने पर ऋषिकेश से वाहन भेजने और पौड़ी की लक्ष्मणझूला पुलिस से समन्वय बनाया गया। यात्रा रूट से लौट रहे उन वाहनों को ही ऋषिकेश क्षेत्र में एंट्री दी गई जिनकी बुकिंग यहां थी। बाकी वाहनों को बैराज से भेजा गया। एसपी देहात ने ट्रांजिट कैंप पहुंचकर भी जानकारी ली।

500 पास छपवाए, लिए केवल 17 ने

रूट डायवर्जन में स्थानीय लोगों को दिक्कत न उठानी पड़े इसके लिए पुलिस वाहनों के पास जारी कर रही है। कोतवाली ऋषिकेश और रायवाला से पास मिल रहे हैं। एसपी देहात ने बताया कि पुलिस की ओर से 500 पास छपवाए गए हैं। अब तक केवल 17 स्थानीय लोगों ने पास लिए। बताया कि स्थानीय लोग चौपहिया वाहनों के लिए पास ले सकते हैं। पास वाहन पर चस्पा करना होगा। जिससे डायवर्जन रूट पर तैनात पुलिस कर्मी सीधे इन वाहनों को आगे भेज पाएं।

स्नान पर्व और सप्ताहांत के चलते वाहन बढ़े हैं। सामान्य दिनों में जहां करीब 11 हजार वाहन आ रहे थे अब यह संख्या तीन गुना तक हो रही है। हर जरूरी प्वाइंट पर पुलिस कर्मी तैनात हैं। वाहनों का दबाव बढ़ने पर तीनों प्लान समय-समय पर लागू किए गए। – जया बलोनी, एसपी ऋषिकेश

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