हर साल जून पहले सप्ताह से लेकर बीस जून के आसपास तीर्थनगरी में यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है। चारधाम यात्रा के साथ ही सप्ताहांत में राफ्टिंग करने वालों की भीड़ भी रहती है। इस बार पांच मई को गंगा दशहरा स्नान, छह मई को निर्जला एकादशी का स्नान था।
पुलिस ने भीड़ बढ़ने पर प्लान बी लागू किया। हरिद्वार में स्नान पर्व के लिए ठहरे यात्री भी ऋषिकेश की ओर आने लगे। इससे वाहनों का दबाव ऋषिकेश से लेकर तपोवन तक बढ़ गया। पुलिस ने प्लान सी भी लागू कर दिया। इसके बाद भी वाहनों का दबाव कम नहीं हुआ। वाहन शहर के अंदर से गुजरने वाले हाईवे से लेकर बाईपास तक रेंगकर चलते रहे।
क्या है प्लान ए, बी और सी
जिलों से समन्वय बनाने में जुटी रही एसपी
वाहनों का दबाव सुबह से बढ़ने पर एसपी जया बलोनी की अगुवाई में पुलिस टीम लगातार आसपास के जिलों के साथ समन्वय बनाने में जुटी रही। हरिद्वार में रुके यात्रियों के वाहन भी आते रहे। इसके साथ ही दिल्ली रूट से वाहनों का आवागमन पहले की तरह रहा। ऋषिकेश से हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी जिला जुड़ा है। ऋषिकेश में भीड़ बढ़ने पर पुलिस ने हरिद्वार की पार्किंग में कुछ समय वाहन रोकने को कहा।
टिहरी के तपोवन क्षेत्र में दबाव होने पर ऋषिकेश से वाहन भेजने और पौड़ी की लक्ष्मणझूला पुलिस से समन्वय बनाया गया। यात्रा रूट से लौट रहे उन वाहनों को ही ऋषिकेश क्षेत्र में एंट्री दी गई जिनकी बुकिंग यहां थी। बाकी वाहनों को बैराज से भेजा गया। एसपी देहात ने ट्रांजिट कैंप पहुंचकर भी जानकारी ली।
500 पास छपवाए, लिए केवल 17 ने
रूट डायवर्जन में स्थानीय लोगों को दिक्कत न उठानी पड़े इसके लिए पुलिस वाहनों के पास जारी कर रही है। कोतवाली ऋषिकेश और रायवाला से पास मिल रहे हैं। एसपी देहात ने बताया कि पुलिस की ओर से 500 पास छपवाए गए हैं। अब तक केवल 17 स्थानीय लोगों ने पास लिए। बताया कि स्थानीय लोग चौपहिया वाहनों के लिए पास ले सकते हैं। पास वाहन पर चस्पा करना होगा। जिससे डायवर्जन रूट पर तैनात पुलिस कर्मी सीधे इन वाहनों को आगे भेज पाएं।
स्नान पर्व और सप्ताहांत के चलते वाहन बढ़े हैं। सामान्य दिनों में जहां करीब 11 हजार वाहन आ रहे थे अब यह संख्या तीन गुना तक हो रही है। हर जरूरी प्वाइंट पर पुलिस कर्मी तैनात हैं। वाहनों का दबाव बढ़ने पर तीनों प्लान समय-समय पर लागू किए गए। – जया बलोनी, एसपी ऋषिकेश

