आठ-10 साल पहले देहरादून आया था परिवार, सबसे पहले एक एनजीओ में किया काम
वर्ष 2017 में परिवार कौलागढ़ स्थित आनरेरी कैप्टन आरसी नौटियाल के घर पर रहने के लिए आया, जहां पर वहां 9000 रुपये किराया देता था। प्रवीन मित्तल के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह तीन बच्चों की फीस जमा कर पाता, ऐसे में उसने तीनों बच्चों का दाखिला टपकेश्वर मंदिर रोड स्थित ब्लूमिंग बड्स स्कूल में करवाया, क्योंकि यह स्कूल कैंट के अधीन है और स्कूल में निशुल्क शिक्षा दी जाती है।
घटना को सुनकर पड़ोसी भी हुए दंग
आस पड़ोस में रहने वाले राजकुमारी नौटियाल व आराधना थापा ने बताया कि प्रवीन मित्तल व उनकी पत्नी का व्यवहार बहुत अच्छा था। उनके बच्चे आसपास रहने वाले बच्चों के साथ खेलते थे। करीब नौ महीने पहले उन्होंने रीना मित्तल से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
जिस परिवार ने पंचकूला में जहर खाकर खुदकुशी की है, वह कुछ समय पहले तक देहरादून के कौलागढ़ क्षेत्र में निवासरत था। अब परिवार चंडीगढ़ चला गया था। जिस कार से शव बरामद हुए हैं वह मालदेवता निवासी गंभीर सिंह नेगी के नाम पर लोन पर ली गई थी। परिवार के पड़ोसियों व गंभीर सिंह नेगी से पूछताछ की गई तो उन्होंने प्रवीन मित्तल का व्यवहार साधारण बताया। यदि पंचकूला पुलिस प्रकरण को लेकर कोई जानकारी हासिल करेगी तो साझा किया जाएगा। – अजय सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक