रामनगर। ऊर्जा संचय समागम के दूसरे दिन शुक्रवार को जिले के एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा भी शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से कहना चाहूंगा कि ऊर्जा संचय समागम के सेशन में जो वाइब्रेशन व ऊर्जा थी, उसमें मुझे भी अपने व्यवसायिक जीवन में जो जाने अंजाने गलतियां हुई, वह महसूस हुई। नौकरी के दौर में जो पारिवारिक व सामाजिक जिम्मेदारी छूट जाती है, उनका भी अहसास हुआ कि कई बार हम परिवार व खून के एवं समाज के रिश्तों का ध्यान नहीं रख पाते हैं, उन सभी चीजों का भी अहसास हुआ। उनके लिए भी मैंने क्षमा प्रार्थना की। कई बार दो में से एक कर्तव्य को चुनना पड़ता है। बाद में मंत्र दिया उसमें भी हनुमान जी की शक्ति व संरक्षण महसूस हुआ। प्रदेश में आते रहिए।
मुख्यमंत्री से निवेदन करेंगे कि एक बार प्रदेश में एक बड़ा आयोजन करना चाहते हैं। जिसमें देवभूमि की जनता पर आर्शीवाद बनाए रखें। परिवार के साथ एक बार धाम जरूर आऊंगा।
इस दौरान मुंबई से पहुंची डाॅ. आशा आडवाणी ने साधकों से कहा कि वह महिला चिकित्सक हैं। कहा कि हमारे पास गभवर्तती महिलाएं आती हैं। इस बीच वह डिप्रेशन में चली जाती हैं। जिससे कई बार महिला की मौत हो जाती है, लेकिन यदि अस्पतालों में भी महिलाओं को ऊर्जा संचय मेडिटेशन के बारे में बताया जाए तो उससे डिलीवरी महिलाएं तनाव में नहीं जाएगी।
इस पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अब दुनिया को मेडिसन विथ मेडिटेशन की आवश्यकता है। लोगों को स्वस्थ रखना है तो दवा खा रहे रोगी को निरोगी करने के लिए दवा के साथ ध्यान भी जरूरी है।
वह जल्द प्रयास करेंगे कि जो भी एंगजाईटी, तनाव वाले जो भी लोग है, उनके लिए भी अलग से कम समय के लिए मेडिटेशन के लिए एक शिविर व्यापक रूप से शुरू करेंगे। उसमें बताया जाएगा कि अपनी दवाईयों को कम या बिल्कुल बंद कैसे कर सकेंगे। मेडिशन के दुष्पप्रभाव को मेडिटेशन कम करता है।

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