गोरखपुर। शौक पूरे करने की चाहत में एक कर्मचारी ने ही अपने मालिक को चूना लगाने की योजना बना डाली। घटना राजघाट इलाके की है, जहां लालबाबू किशन कुमार ज्वेलर्स के कर्मचारी कृष वर्मा 45 लाख रुपये कीमत के गहने लेकर फरार हो गया था।
सोने की हालमार्किंग कराने के लिए वह दुकान से निकला फिर लौटकर नहीं आया।दुकान मालिक की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। शनिवार को राजघाट थाना पुलिस ने आरोपित कृष व उसके साथी दिनेश गौड़ गिरफ्तार कर लिए गए। उनके पास से 390 ग्राम सोना बरामद हुआ।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने शनिवार की दोपहर पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल 2025 को दुकान का कर्मचारी कृष वर्मा, जो मूल रूप से बसंतपुर फुल्की गली का निवासी है, दुकान से 448 ग्राम सोने के गहने लेकर हालमार्किंग सेंटर जाने के लिए निकला।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने शनिवार की दोपहर पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल 2025 को दुकान का कर्मचारी कृष वर्मा, जो मूल रूप से बसंतपुर फुल्की गली का निवासी है, दुकान से 448 ग्राम सोने के गहने लेकर हालमार्किंग सेंटर जाने के लिए निकला।
शाम तक न लौटने पर दुकान मालिक राहुल वर्मा ने फोन किया तो नंबर बंद मिला।परिवार वालों से भी जब उसकी जानकारी नहीं मिली तो पुलिस को सूचना दी गई। राजघाट थाने में एफआइआर दर्ज कर पुलिस टीम लगाई गई।
सर्विलांस और मुखबिर की मदद से पुलिस को सुराग मिला कि कृष अपने परिचित दिनेश गौड़ के साथ फरार हुआ है। पुलिस ने दोनों को पकड़कर पूछताछ की तो पूरी साजिश सामने आ गई।
कृष वर्मा ने बताया कि उसे लगा था वह लूट की कहानी गढ़कर खुद को पीड़ित बताएगा और गहने गायब कर देगा,लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आरोपितों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन मिले। दोपहर बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
सर्विलांस और मुखबिर की मदद से पुलिस को सुराग मिला कि कृष अपने परिचित दिनेश गौड़ के साथ फरार हुआ है। पुलिस ने दोनों को पकड़कर पूछताछ की तो पूरी साजिश सामने आ गई।
कृष वर्मा ने बताया कि उसे लगा था वह लूट की कहानी गढ़कर खुद को पीड़ित बताएगा और गहने गायब कर देगा,लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आरोपितों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन मिले। दोपहर बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।

