उनके चेहरे पर खुशी की झलक देखने लायक थी। सुबह के 10 बजकर 10 मिनट पर विमान रनवे पर आ गया। 10 बजकर 25 मिनट का वह ऐतिहासिक क्षण जब विमान के पहियों ने गति पकड़ी, तो सभी के चेहरे खिल उठे। विमान में बैठे लोगों ने भगवान श्रीराम का नाम लिया। श्रीराम के नारों से विमान गूंजायमान हो गया। विमान आसमान की तरफ उड़ा और देखते ही देखते अयोध्या की तरफ रवाना हो गया।
लोगों ने शेयर किया अनुभव
लोहा मंडी निवासी वरूण बंसल। हिसार से अयोध्या जाने वाली पहली फ्लाइट में पहली सीट पर अपने भतीजे प्रतीक के साथ बैठा था। विमान में वरूण के साथ उसके पिता कृष्ण बंसल और मां आशा रानी भी थे। वरूण बंसल ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि उन्हें सुबह पौने सात बजे गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में बुलाया था।
सुबह सात बजे मैं मेरे माता-पिता और भतीजे के साथ वहां पहुंचा। वहां हमारे सामान की जांच की गई। वहां चाय-पानी का प्रबंध था। चाय-पानी पीने के बाद हमें एक-एक गुलाब का फूल दिया गया।
गुलाब लेकर हम वहां से बसों के माध्यम से एयरपोर्ट पहुंचे। हमारी बसों के आगे व पीछे पुलिस की गाड़ियां थी। सुरक्षा के साथ हमें एयरपोर्ट लेकर आया गया। वहां हमारी टिकटें चेक हुईं। बोर्डिंग पास दिया गया।
कंपनी के एयरपोर्ट पर दो काउंटर थे। वहां हमें चॉकलेट व टॉफी भी दी गई। साथ ही एक खाने का डब्बा दिया। जिसमें फ्रूटी व सैंडविच इत्यादि था। एक घंटे हम लांज में बैठे रहे। चेकिंग व सामान की स्कैनिंग में करीब आधा घंटा लगा।
इस दौरान वहां पर विधायक सावित्री जिंदल, पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा सहित कई विधायक व भाजपा नेता मौजूद थे। हिसार रोडवेज की ई-बसों के माध्यम से हमें करीब पौने दस बजे विमान के पास ले जाया गया।
सभी विमान में बैठने के लिए उत्साहित थे। विमान में सभी यात्री बैठ गए। इस दौरान एक यात्री शायद पहली बार विमान में बैठा था। उसने घबराहट होने की बात कही। एयर होस्टेस ने उसे समझाया लेकिन तबीयत खराब होने की बात कही तो उसे उतार दिया गया।
हिसार से अयोध्या की पहली उड़ान का निर्धारित शेड्यूल
- 10.10 बजे विमान रनवे पर आ गया और उड़ान भरने के लिए तैयार था।
- 10.25 बजे उड़ान की अनुमति मिलने के बाद विमान ने उड़ान भर ली।
- 12.05 बजे विमान अयोध्या एयरपोर्ट पर उतरा।
- 12.25 बजे विमान से यात्री उतरे और विमान पार्किंग एरिया में पहुंचा।