आठ अप्रैल को दोनों ही मुख्य वार्डन की ड्यूटी थी। जहां पर दोनों ने ड्यूटी में लापरवाही करते हुए जेल में निर्माणाधीन क्षेत्र में कैदी राकेश उर्फ काकू को हाई मास्ट लाइट को ठीक करने के लिए अकेला छोड़ दिया। जहां पर निर्माण में प्रयोग होने वाली सीढ़ी को दीवार पर लगाकर कैदी राकेश फरार हो गया था। इसके बाद जेल प्रशासन ने जांच के आदेश दिए थे।

कैदी पर 21 मामले दर्ज

ज्ञात रहे कि पंजाब के संगरूर जिले के गांव बनारसी निवासी राकेश उर्फ काकू पर एक जनवरी 2015 में खनौरी थाने में दर्ज हुए छीना झपटी व शस्त्र अधिनियम के मामले में पंजाब की अदालत द्वारा सुनाई गई तीन साल की कैद को काट रहा था।

इसके अलावा उस पर पंजाब व हरियाणा में लगभग 21 अपराधिक मामले दर्ज है। इसमें रोहतक सीआइए में तैनात पुलिस कर्मी को गोली मारकर घायल करने का मामला भी शामिल है।
इसके अलावा उस पर पंजाब व हरियाणा में लगभग 21 अपराधिक मामले दर्ज है। इसमें रोहतक सीआइए में तैनात पुलिस कर्मी को गोली मारकर घायल करने का मामला भी शामिल है।
तीन जून 2022 को जींद पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान राकेश उर्फ काकू को गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद से जींद जेल में बंद था। राकेश के खिलाफ हरियाणा में 14 मामले हत्या के प्रयास, शस्त्र अधिनियम, डकैती व लूटपाट, चोरी के मामले विचाराधीन है।
जेल अधीक्षक दीपक शर्मा ने बताया कि जेल प्रशासन ने कैदी के फरार होने के मामले में जांच की है। इसमें मुख्य वार्डन नरेश व सुभाष की ड्यूटी में लापरवाही सामने आई है और दोनों को सस्पेंड कर दिया है।

तीन दिन बाद भी नहीं लगा सुराग

जेल से फरार कैदी राकेश उर्फ काकू को पकड़ने के लिए जिला पुलिस लगी हुई है। इसके लिए सीआइए स्टाफ, डिटेक्टिव व सिविल लाइन थाना पुलिस की टीम लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी राकेश उर्फ काकू का सुराग नहीं लग पाया है।