पिपली। सेक्टर तीन में रविवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे एनएचएम कर्मचारियों पर पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस का प्रयोग किया। इस दौरान पुलिस ने कई कर्मचारियों पर लाठियां भी भांजी, जिसमें कई कर्मचारियों को हल्की चोटें आई हैं। इसमें फरीदाबाद से आई एनएचएम कर्मी यशोदा और कुरुक्षेत्र से पंकज आत्रेय को चोटें आई हैं। कर्मचारी सातवां वेतन आयोग लागू करने के साथ ही कई मांगें कर रहे हैं।

महिला कर्मचारी भी थीं मौजूद

मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए रविवार सुबह से ही स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा संबंधित भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में प्रदेश भर के एनएचएम कर्मचारी पिपली में देवीलाल पार्क में जुटना शुरू हो गए थे। इनमें बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी भी मौजूद थीं।
प्रदेशभर के एनएचएम कर्मचरियों के जुटने पर पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा। पुलिस ने कर्मचारियों को रोकने के लिए दो जगह पर बैरिकेडिंग की। मौके पर वज्र वाहन, वाटर कैनन वाहन सहित पुलिस बल मौजूद रहा।

पुलिस ने रोका तो वहीं देने लगे धरना

एनएचएम कर्मचारी देवीलाल पार्क से मुख्यमंत्री आवास की ओर रोष प्रदर्शन करते हुए रवाना हुए। पुलिस ने एनएचएम कर्मचारियों को जिंदल चौक से पहले ही बैरिकेट लगाकर रोक दिया। कर्मचारियों ने वहीं पर धरना शुरू कर दिया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। लगभग आधा घंटा तक कर्मचारी वहीं पर धरना देकर डटे रहे।

पुलिस ने बरसाई लाठियां

इसके बाद एनएचएम कर्मचारियों ने बैरिकेट धकेलकर मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करना शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री आवास से पहले ही पुलिस ने कर्मचारियों को रोक लिया और यहां वाटर कैनन का प्रयोग करने के साथ ही पुलिस अधिकारी ने कर्मचारियों को धक्का देना शुरू कर दिया और कर्मचारियों पर लाठी बरसानी शुरू कर दी।

पुलिस ने कर्मचारियों पर आंसू गैस का प्रयोग भी किया। इसके बाद रविवार देर सायं को ड्यूटी मजिस्ट्रेट की ओर से भारतीय मजदूर संघ से संबंधित स्वास्थ्य कर्मचारी संघ को 24 मार्च को चंडीगढ़ मुख्यमंत्री कार्यालय में बैठक के लिए बुलाया है।

एनएचएम कर्मचारियों को किया जाए नियमित

अखिल भारतीय स्वास्थ्य एवं एनएचएम कर्मचारी महासंघ बीएमएस महामंत्री दिनेश कुमार कौशिक, स्टेट कैशियर पंकज आत्रेय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजय कंबोज संघ ने बताया कि एनएचएम के तहत कार्यरत कर्मचारी वर्ष 1998 से लगातार अपनी सेवाएं स्वास्थ्य विभाग को प्रदान कर रहा है जो कार्य आज नियमित कर्मचारी कर रहे हैं।

समान कार्य एनएचएम कर्मचारियों द्वारा ही किया जा रहा है लेकिन वर्षों में अनेकों बार सरकार द्वारा बनाई नियमित कारण पालिसी में एनएचएम कर्मचारियों को नियमित करने का कार्य नहीं किया गया है। वर्ष 2011 में चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्रालय दिल्ली भारत सरकार के द्वारा जारी एडवाइजरी के तहत सभी एनएचएम कर्मचारियों को नियमित करने के लिए सभी राज्यों को निर्देश दिए थे।

जिस पर देश में सबसे पहले मणिपुर राज्य के द्वारा वर्ष 2021 में कार्रवाई करते हुए सभी एनएचएम कर्मचारियों को नियमित करने का कार्य किया गया है। आज सभी कर्मचारी 2022 से नियमित तौर पर अपनी सेवाएं राज्य में प्रदान कर रहे हैं।

क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री सोहन लाल गुप्ता, प्रदेश महामंत्री हवा सिंह मैहला, प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से आग्रह करना चाहते है कि वित्त विभाग हरियाणा द्वारा एनएचएम कर्मचारियों की सेवन नियमों को रोक लगाने के संबंध में जारी एडवाइजरी को तुरंत रद्द किया जाए।

आज सीएम कार्यालय चंडीगढ़ में यूनियन के पदाधिकारियों की होगी बैठक

स्थिति बिगड़ती देख उपायुक्त नेहा सिंह मौके पर पहुंची और उन्होंने कहा कि यूनियन के पांच प्रतिनिधि मुख्यमंत्री कार्यालय चंडीगढ़ में 24 मार्च सोमवार सुबह 10 बजे मीटिंग कर सकते हैं। इसके बाद कर्मचारी शांत हुए और प्रदर्शन को स्थगित किया।

पुलिस कर्मचारियों को भी आई हैं चोटें

डीएसपी लाडवा रणधीर सिंह ने बताया कि एनएचएम कर्मचारियों के सीएम आवास पर प्रदर्शन के दौरान एनएचएम कर्मचारियों ने पुलिस के बेरिकेट तोड़े। पुलिस ने न्यूनतम बल प्रयोग करके कर्मचारियों को खदेड़ा। अब स्थिति शांति पूर्ण व सामान्य है। कर्मचारी अपना ज्ञापन देकर चले गए हैं। इस दौरान कई पुलिस कर्मचारियों को भी चोटें आई हैं।

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