हिन्द की शेरनी के हाथों में थी पुरा महादेव मंदिर की सुरक्षा
सचिन त्यागी
बागपत के पुरा महादेव मंदिर की सुरक्षा इस बार महिला कमांडो के हाथों में थी। सीआरपीएफ की कंपनी कमांडर उषा किरण पुनिया 88 बटालियन को लेकर मंदिर के चप्पे चप्पे पर तैनात रही। उनकी बटालियन द्वारा किये गए सराहनीय कार्य के लिए एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने उनको सम्मानित किया है।
फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि पर पुरा महादेव मंदिर पर तीन दिवसीय मेले ओर कांवड़ सुरक्षा की जिम्मेदारी इस बार सीआरपीएफ को दी गयी थी। सीआरपीएफ की 88 बटालियन की कम्पनी कमांडर उषा किरण पुनिया अपनी 72 महिला सुरक्षा कर्मियों के साथ मंदिर सुरक्षा में बिना थके लगी रही। उनकी कम्पनी महिला कर्मियों का साहस देखकर बागपत पुलिस अधिकारी भी प्रशंसा किये बिना नही रह पाए। शुक्रवार को उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर बागपत पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ओर एएसपी एनपी सिंह द्वारा सम्मानित किया गया। दरसल ऊषा किरण हिन्द की वो बेटी है जिसने नक्सलवाद पर लगाम लगाने में बड़ी भूमिका निभाई है। आज उनका नाम किसी पहचान का मोहताज नही है।
दबंग कोबरा कमांडर से कंपते है दुश्मन
उषा किरण पुनिया छतीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में तैनात है। वह भारत की पहली महिला कोबरा कमांडर है। जो गुरिल्ला वार ओर जंगल वार में माहिर है। इनके नाम से नक्सलवादी भी खोफ खाते है। दहशतगर्द उनके पास भी नही फटकते। उनके अदम्य साहस के लिए उनको कई बार सम्मानित किया जा चुका है।
दो बार वीरता पुरस्कार से सम्मानित
उषा किरण को कई संस्थाओं द्वारा सम्मान मिला है। दो बार वीरता पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
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