संभल के एसडीओ संतोष त्रिपाठी ने कहा, “एक मीटर में 5.5 किलोवाट लोड दर्ज था। दूसरे मीटर की रीडिंग दूसरे अधिकारी ने नोट की थी, मैं उससे डेटा जुटाऊंगा।”
मीटरों को जांच के लिए भेजा गया
बता दें कि दो दिन पहले इनके आवाज से उखाड़े गए पुराने मीटर में रीडिंग नहीं मिली थी। उन मीटरों को जांच के लिए भेजा गया है। इसी क्रम में अधिकारी मीटर की रीडिंग लेने पहुंचे हैं।
गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट की शरण
समाजवादी पार्टी सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट की शरण ली है। उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की वैधानिकता को चुनौती दी है। याचिका में प्राथमिकी रद्द करने के साथ ही अंतिम फैसला आने तक गिरफ्तारी व पुलिस की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की है। याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई के आसार हैं।
संभल में बुधवार को भी बिजली चेकिंग की गई। तड़के पांच बजे सरायतरीन में 20 घरों में चोरी से बिजली की सप्लाई जाती मिली। इसके अलावा एक ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन भी पकड़ा गया है। 11 ई-रिक्शा जब्त किए गए हैं।
मंगलवार को सांसद बर्क के आवास से पुराना मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाया गया था। पुराने मीटर का ब्योरा निकाला गया, तो चौकाने वाली जानकारी सामने आई। कई महीनों से उनका बिल जीरो आ रहा था। मीटर में एक भी यूनिट बिजली का इस्तेमाल नहीं हुआ था। अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि पुराने मीटर को लैब में जांच के लिए भेजा जा रहा है। इसके अनुसार ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।