पांच की हो चुकी है मौत
सिर्फ बैठकों में चिह्नित व बंद होते हैं स्पाट, हादसे में होती रहती है मौतें
हादसों को रोकने के लिए हर वर्ष प्रशासन, परिवहन, एनएचआइ, पीडब्लूडी और पुलिस बैठक करती है। ब्लैक स्पाट चिह्नित करती है और बंद करने को कहती है। लेकिन इन जगहों पर कि दुर्घटनाओं की संख्या में कोई कमी नहीं आती। वर्ष 2022 में दुर्घटनाओं की संख्या 848 थी तो 2023 में बढ़कर 935 हो गई। वहीं 2024 में अब तक 980 हादसे हो चुके हैं। इसमें मरने वालों की संख्या 345 है तो 604 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
ये हादसे भी करीब-करीब उन्हीं 13 ब्लैक स्पाट पर हुए हैं, जिसे जिम्मेदार विभागों द्वारा पहले से चिह्नित कर उसे सही करने के लिए संबंधित विभागों ने वादा किया था। कुछ जगहों को छोड़ दिया जाए तो कहीं भी साइनेज बोर्ड, स्पीड लिमिट, रंबल स्ट्रिप्स, कैट आई, संकेतक के बोर्ड नहीं मिले। शुक्रवार की रात मोहद्दीपुर में हुआ हादसा भी जिम्मेदारों की लापरवाही का नतीजा रहा।
इस हादसे में दो बच्चियों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। सड़क चौड़ीकरण के दौरान निर्माण करा रहे विभाग ने दुकानदारों की सुविधा के अनुसार जगह-जगह कट बना दिया। जब इन जगहों पर हादसे होने लगे तो अधिकारियों ने इसे बंद करने का निर्देश दिया। इसके बाद भी कई जगहों पर अवैध तरीके से कट छोड़ दिया गया है। जिस वजह से आए दिन उन जगहों पर हादसे होते रहते हैं।
इसी तरह से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24 कैंपियरगंज से आनंदनगर जाने वाले मार्ग पर मरचाहे कुटी, शिवपुरा चौराहा, लोहरपुरवा, आइटीआइ स्कूल जाने वाले मार्ग पर लाइट, संकेतक, रंबल स्ट्रिप, सोलर ब्लिंकर, कैमरा समेत अन्य के बोर्ड नहीं होने से दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
पीपीगंज के रावतगंज गोडवारी पुल के निकट गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर, फोरलेन से मुुड़ने वाले जसवल मार्ग, बढ़या मार्ग के पास ब्लैक स्पाट है। गोरखपुर-देवरिया फोरलेन मार्ग पर स्थित रामनगर कड़जहां, फुटहवा इनार, तरकुलहा देवी मोड़, फुलवरिया मोड़ समेत फोरलेन से कटने वाले अन्य मार्गो पर कट बना हुआ है।
चंपा देवी पार्क मोड़ बना नया ब्लैक स्पाट
नौकायान मार्ग पर चंपा देवी पार्क के पास कट पर नया ब्लैक स्पाट बन गया है। यहां पर हर महीने दो से तीन दुर्घटनाएं होती है, जिसमें अधिकतर की मौत या गंभीर रूप से घायल होने का मामला सामने आता है। इस मार्ग पर बीच में बने डिवाइडर पर पौधे लगाएं गए हैं।