स्थानीय निवासियों में इस कार्रवाई को लेकर असमंजस और विरोध का माहौल देखा जा रहा है, लेकिन प्रशासन अपने रुख पर कायम है।
समयसीमा समाप्त होने पर शुरू होगी बुलडोजर कार्रवाई
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि नोटिस की समय सीमा समाप्त होने के बाद स्थायी निर्माणों पर भी कार्रवाई की जाएगी। अधिशाषी अधिकारी भूपराम वर्मा ने बताया कि जहां तक अतिक्रमण है वहां कार्रवाई होगी। पक्के मकानों को लेकर नोटिस दिए का चुके है।
अवैध निर्माण पर दिनभर चलते रहे हथौड़े
वहीं शहर में लगातार 13 दिनों से जारी अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई में तेरहवें दिन शहर में बुलडोजर शांत रहा, लेकिन हर्थड़े और कुदाल लगातार चलते रहे। लोग स्वयं ही अपने निर्माण तोड़ते रहे। पालिका की टीम मलबा साफ करने में लगी रही। कुछ लोगों ने नालों पर बनी दुकानों व अन्य प्रतिष्ठानों को अभी तक ध्वस्त नहीं किया है, इन पर भी किसी समय गाज गिर सकती है।
पालिका प्रशासन की ओर से अजिक्रमण करने वालों को लगातार नोटिस दिए जा रहे हैं। आज अतिक्रमण खत्म करने के लिए शुरू किए गए अभियान को तेरह दिन हो चुके हैं। इसमें गरीबों से लेकर अमीरों तक छोटी दुकानों से लेकर बड़े प्रतिष्ठान तक किसी को रियायत नहीं दी गई है। सुबह आठ बजे से शुरू होने वाली तोड़फोड़ की कार्रवाई देर शाम तक चल रही है। इसके साथ ही निर्माण कार्य भी शुरू करा दिए गए हैं।
नालों की मरम्मत के साथ ही नए नालों की खोदाई का काम शुरू हो गया है। इसके साथ ही जीटीआई कालेज के सामने 80 दुकानों के निर्माण का प्रस्ताव पास हो चुका है।
जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
बुधवार को जिलाधिकारी डा. राजेंद्र पैंसिया, एडीएम प्रदीप वर्मा ने बहजोई से यहां आकर शहर का निरीक्षण किया। खासकर फव्वारा चौक पर तोड़ा गया अतिक्रमण और नालों पर अब भी मौजूद इमारतों का निरीक्षण छत पर चढ़कर किया। इस दौरान अभियान की अगुआई कर रहे डिप्टी कलक्टर भी मौजूद रहे। इसके बाद नगर पालिका में बैठक कर अभियान को लेकर मंथन किया गया।
कुछ लोगों ने अपने कागजात दिखाकर राहत देने की गुहार भी की। अधिवक्ताओं ने भी अपनी समस्या डिप्टी कलक्टर के सामने समस्या रखी। पूरे दिन अवैध अतिक्रमण पर हथैड़ा और कुदाल चलते रहे। इधर पालिका की टीम ट्रैक्टर ट्राली व बुलडोजर लेकर सड़कों पर फैला मलबा समेटने में लगी रही। फव्वारा चौक पर भी दुकानों को तोड़ने का काम स्वंय दुकानदार ही करते नजर आए।