बुलंदशहर। मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने अनुसूचित जाति के युवक की बारात नहीं चढ़ने दी। विरोध करने पर अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी देकर बारातियों को भगा दिया। कुछ बाराती फेरे होने के बाद दुल्हन को लेकर विदा हुए। पुलिस ने अगले दिन शांति समिति की बैठक बुलाकर दोनों पक्षों में समझौता कराने का दावा किया। बैठक में आरोपित पक्ष के लोग नहीं पहुंचे थे।
मामला बढ़ता देख पुलिस ने देर शाम मुकदमा दर्ज कर नौ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। गांव प्याना कला निवासी किशन लाल जाटव ने बताया कि 17 नवंबर को उसकी बेटी की शादी थी। बारात गांव टिटोटा से आई थी। शाम को म्यूजिक सिस्टम के साथ बारात की चढ़त शुरू हुई।

पीड़ित ने दर्ज कराई तहरीर

आरोप है कि बारात मुस्लिम समाज के मुहल्ले में पहुंची तो 15 से 20 लोग लाठी-डंडे और तमंचा लेकर आ गए और चढ़त रोक दी। अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी दी और बारातियों को भगा दिया। इसके बाद कुछ बाराती ही रुके। बेटी के फेरे कराकर विवाह संपन्न कराया गया। सोमवार सुबह बेटी को विदा किया गया। इसके बाद पीड़ित ग्राम प्रधान के पास पहुंचा।

ग्राम प्रधान पर लगाया आरोप

आरोप है कि ग्राम प्रधान ने भी मुस्लिम समाज के लोगों का ही पक्ष लिया। दोपहर को पीड़ित थाने पहुंचा और 12 से अधिक लोगों को नामजद करते हुए तहरीर दी, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

मंगलवार को पुलिस शांति समिति की बैठक कराने गांव पहुंची और दोनों पक्षों में समझौता कराने का दावा किया।

किशनलाल के बड़े भाई चरन सिंह ने बताया कि बैठक में आरोपित पक्ष के लोग नहीं आए थे। एसपी सिटी शंकर प्रसाद बारात को रोका नहीं गया था। मुस्लिम पक्ष का भी एक कार्यक्रम चल रहा था। उधर बारात की चढ़त चल रही थी। डीजे की बहुत तेज आवाज थी। कहासुनी हुई थी। मारपीट जैसी कोई बात नहीं है।

पीड़ित पक्ष की तहरीर पर आरोपित पक्ष के नौ लोगों के खिलाफ शांति भंग में मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को सभी को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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