देहरादून। उत्तराखंड में मौसम शुष्क बना हुआ है। पहाड़ से लेकर मैदान तक चटख धूप खिल रही है। हालांकि, पहाड़ों में पाला और मैदानी क्षेत्रों में कोहरा दुश्वारी बढ़ा रहा है। ऐसे में न्यूनतम तापमान भी गिरने लगा है। जबकि, अधिकतम तापमान अभी सामान्य से अधिक बना हुआ है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, अगले कुछ दिन मौसम के मिजाज में परिवर्तन के आसार नहीं हैं। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रह सकता है। पारे में मामूली गिरावट आने के आसार हैं। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिले में कहीं-कहीं घना कोहरा छाया रह सकता है।

मौसम शुष्क, सुबह कोहरा छाने की संभावनाएं

देहरादून में रविवार को भी मौसम शुष्क बना रहा। सुबह कहीं-कहीं धुंध छाने के कारण धूप हल्की रही। इसके बाद दोपहर में चटख धूप खिल उठी। जिससे तापमान भी सामान्य से अधिक बना रहा। हालांकि, शाम को धूप ढलने के बाद हल्की ठंडक महसूस की गई। वहीं, रात को पारे में गिरावट आने के साथ ही पाला पड़ने से ठिठुरन बढ़ गई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ प्रदेश में मौसम शुष्क बना रह सकता है।

दून में धूप खिलने से तापमान में गिरावट

दून में भी चटख धूख लिखने के आसार हैं। हालांकि, सुबह कहीं-कहीं धुंध और उथला कोहरा छाया रह सकता है। न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आने की आशंका है।

शहर, अधिकतम, न्यूनतम

  1. देहरादून, 27.0, 11.6
  2. ऊधमसिंह नगर, 27.7, 10.4
  3. मुक्तेश्वर, 18.2, 4.7
  4. नई टिहरी, 17.9, 7.2

सुहावना रहा नैनीताल का मौसम

नैनीताल। कोहरा व धुंध छटने से कई दिन बाद सरोवर नगरी का मौसम सुहावना हुआ। पूरे दिन चटक धूप खिली रही। अलबत्ता शाम के समय खासी ठंड महसूस हुई। अक्टूबर के अंत में मौसम बेहतर रहा था। इसके बाद करीब एक पखवाड़े से अधिक दिन तक धुंध, बादल और कोहरा सताता रहा। मगर रविवार को मौसम का मिजाज खुशनुमा हो गया। लोगों ने मौसम का लुत्फ उठाया। बादल और धुंध नदारद दिखी। विभिन्न शहरों से पहुंचे सैलानियों ने नैसर्गिक पर्यटन स्थलों के साथ मौसम का आनंद लिया।

गर्म कपड़ों में कैद दिखे सैलानी

मगर दिन ढ़लते ही पाला गिरना शुरू हो गया और ठंड पड़ने लगी। लोगों को गर्म ऊनी कपड़ों के साथ टोपी मफलर का सहारा लेना पड़ा। जीआईसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी रही। अधिकतम 18 व न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आद्रता अधिकतम 75 व न्यूनतम 50 प्रतिशत रही।

"
""
""
""
""
"

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *