मऊ। करवा चौथ पर एक ओर सुहागिनों ने पति की दीर्घायु और सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखकर चंद्रदेव का पूजन किया वहीं दूसरी ओर एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मऊ में एक महिला अपने पति को छोड़कर प्रेमी के पास पहुंच गई। यही नहीं महिला ने उससे शादी भी रचा ली। पूरी इलाके में इस घटना की चर्चा है।
क्या है पूरा मामला?
कोपागंज थाना के लैरो गांव का रहने वाला विजय शंकर अपने ननिहाल खूंटी मखाना में रहता था। विजय का इसी गांव में रहने वाली प्रमिला से अफेयर शुरू हो गया। इसी बीच घरवालों ने प्रमिला की शादी मऊनाथ भंजन नगर के भीटी निवासी आकाश से करवा दी।
शादी के 10 दिन बाद प्रेमी के साथ गई
शादी के बाद भी प्रमिला और विजय के बीच बातचीत चलती रही। 10 दिन बाद ही प्रमिला अपने पति आकाश को छोड़कर विजय शंकर के साथ कहीं चली गई, लेकिन समझौता होने के बाद उसे फिर से पति आकाश के पास भेज दिया गया है।
आकाश पूरे परिवार के साथ मीरजापुर से मऊ भीटी पहुंचा। कुछ निजी कारणों से आकाश फिर अपने पूरे परिवार के साथ मीरजापुर जाने ही वाला था कि प्रमिला मौके का फायदा उठाकर विजय शंकर के यहां पहुंच गई। सूरज भी मौके पर पुलिस लेकर शनिवार की रात में पहुंचा। इस दौरान विवाद हुआ, लेकिन कुछ मिनट के बाद रात में ही पुलिस ने सभी को रविवार सुबह 10 बजे थाने पर बुलाया। यहां आकाश नहीं पहुंचा। इसके बाद प्रमिला और विजय शंकर ने कोपागंज में विधिविधान से शादी कर ली।
चंद्रमा का दर्शन कर सुहागिनों ने की पति की दीर्घायु की कामना
मऊ। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी पर रविवार को सुहागिनों ने पति की दीर्घायु और सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखकर चंद्रदेव का पूजन किया। विधिविधान से अनुष्ठान संपन्न कर चलनी से पहले चंद्रदेव और फिर पति का दर्शन कर व्रत का पारण किया। रविवार की शाम पांच बजकर 40 मिनट होते ही व्रती सुहागिनों ने अखंड सौभाग्य के लिए शुभ मुहूर्त में भगवान शिव व माता पार्वती का पूजन शुरू कर दिया। पूजन के लिए एकत्रित हुई महिलाओं ने आपस में करवा बदला, एक दूसरे की मांग भरी तथा भगवान शिव व माता पार्वती संग करवा चौथ देवी से पति के दीर्घायु होने की कामना की।
इसके बाद रात आठ बजे चंद्रोदय होने के पश्चात महिलाओं ने चंद्रदेव का विधिविधान पूर्वक पूजन-अर्चन कर पति के हाथों अर्घ्य देकर तथा चलनी से पहले चंद्रमा फिर पति का दर्शन किया। इसके पश्चात पति के हाथों जल ग्रहण कर व्रत का पारण किया। इसके अलावा महिलाओं ने शहर के शीतला माता मंदिर, ब्रह्मस्थान, श्रीराम मंदिर, ढेकुलियाघाट स्थित त्रिदेव धाम मंदिर, गायघाट मंदिर सहित कोपागंज के गौरीशंकर मंदिर, नौसेमरघाट स्थित बारहदुअरिया शिव मंदिर, घोसी, दोहरीघाट, मधुबन, मुहम्मदाबाद गोहना, चिरैयाकोट, करहां, देवलास धाम मंदिर सहित विभिन्न शिव मंदिरों व मां दुर्गा के मंदिर में पूजन किया। व्रत के पारण के बाद किया दान-पुण्य : करवा चौथ पर सुहागिन महिलाओं ने चंद्रमा का पूजन व अर्घ्य देने के उपरांत पति के हाथों जल ग्रहण कर व्रत का पारण किया।