नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चुप्पी तोड़ दी है। उन्होने कहा कि लगातार बातचीत हो रही है, बातचीत करेंगे, बातचीत हो जाएगी। उन्होने यह भी कहा कि अभी नामांकन चल रहे हैं, बहुत समय है। यह हमारे दो दलों के बीच की बात है, कोई चिंता की बात नहीं।

सपा सात सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है। इसमें करहल, सीसामऊ, फूलपुर, मील्कीपुर, कटेहरी, मझवां और मीरापुर शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस के हिस्से में खैर व गाजियाबाद सीट आई है। हालांकि,  कांग्रेस को अपने हिस्से आईं खैर व गाजियाबाद सीटों पर भाजपा से मुकाबला करना आसान नहीं दिख रहा है। माना जा रहा है कि इसके चलते ही कांग्रेस अब दोनों सीट सपा की झोली में डालने का मन बना चुकी है।

सपा-कांग्रेस में नहीं बनी बात

कांग्रेस ने खैर व गाजियाबाद के बदले फूलपुर व मझवां सीट उसे दिए जाने का प्रस्ताव सपा के सामने रखा था, लेकिन सपा इसके लिए तैयार नहीं हुई। इसके बाद कांग्रेस ने सभी सीटों से अपनी दावेदारी छोड़ने का मन बना लिया है।

वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि उपचुनाव में हार से कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा। पार्टी के लिए यह समय संगठन को मजबूत करने व कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाए रखने का है। कांग्रेस का मुख्य मकसद भाजपा को हराना है और इसके लिए कांग्रेस सभी सीटों पर सपा प्रत्याशियों को जिताने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाएगी।

दो सीटों पर भाजपा ने दर्ज की थी जीत

समाजवादी पार्टी ने जिन छह सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। उसमें दो सीटें ऐसी हैं, जहां पर भाजपा ने 2022 विधानसभा में जीत हासिल की थी। यह दो सीटें फूलपुर और मझवां सीट है। इन दोनों ही सीटों पर गठबंधन के तहत कांग्रेस अपनी दावेदारी पेश कर रही थी, लेकिन सपा ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। वहीं, मीरापुर में रालोद जीत हासिल की थी।

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