रेलवे में नौकरी लगते ही गर्लफ्रेंड को भूला, लड़की ने मंदिर में मिलने बुलाया, फिर घरवालों ने करवा दिया ‘पकड़ौआ विवाह’
घटना बिहार के समस्तीपुर जनपद से है मिली जानकारी के अनुसार प्रेमी लड़का ताजपुर थाना क्षेत्र के चक सिकंदर गांव के विजय सहनी का पुत्र प्रमोद कुमार सहनी हैं. वहीं प्रेमिका लड़की हलई थाना के दरबा अकौना गांव की रहने वाली है. दोनों आपस में रिश्तेदार भी है.
प्रेमिका ने बताया कि हम दोनों पिछले दो साल से रिलेशनशिप में थे. फोन पर दोनों की बातचीत होती थी. नौकरी के पहले लड़की से शादी करने की बात कह रहा था. इसी बीच लड़के को रेलवे में चतुर्थ वर्गीय कर्मी के रूप में भुवनेश्वर उड़ीसा में नौकरी लग गई. प्रेमी प्रमोद ने अपनी रेलवे में नौकरी लग जाने के बाद प्रेमिका से रिश्ता तोड़ दिया जब प्रेमिका ने प्रेमी से शादी की बात की तो प्रेमी ने दहेज की मांग कर डाली और दहेज में 10 लाख नगद और बुलेट मोटरसाइकिल की मांग रख दी, प्रेमिका ने प्रेमी को समझाया कि हम दोनों आपस में प्यार करते हैं और इतना दहेज हमारे घर वाले देने में असमर्थ हैं प्रेमिका ने प्रेमी को बहुत समझाया लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुआ इसके बाद प्रेमिका ने यह बात अपने घर वालों को बताई जी फिर प्रेमी को प्रेमिका ने फोन किया और कहा चलो आपने रिश्ता तो खत्म कर लिया है एक बार आखरी बार मुलाकात तो कर लीजिये बस फिर क्या था प्रेमी ने हां कर दी और वह प्रेमिका से मिलने के लिए पहुंच गया तभी वहां पहले से मौजूद प्रेमिक के घर वालों ने प्रेमी को पकड़ लिया और मंदिर लेकर पहुंच गए और वहां पर जबरदस्ती अपनी लड़की के साथ शादी कर दी यह मामला फिर हाल बिहार में चर्चा का विषय बना हुआ है ,अभी खबर लिखे जाने तक इस प्रकरण में पुलिस के पास कोई किसी भी साइड से तहरीर नहीं आई है
बिहार में इसको यानी पकड़कर के जबरजस्ती विवाह कराने को बिहार में इस विवाह को पकड़उआ विवाह कहते हैं
सुप्रीम कोर्ट और सरकार ने इसे गैर कानूनी घोषित किया हुआ है।
अनुज त्यागी,राजसत्ता पोस्ट
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