मुज़फ़्फ़रनगर
आज छात्रसंघ संयुक्त सचिव अमन जैन ने छात्रों की विभिन्न समस्याओं को लेकर मां शाकुंभरी देवी विश्व विद्यालय सहारनपुर के कुलपति को उनके कार्यालय पर मिलकर 10 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।
छात्रसंघ नेता अमन जैन ने ज्ञापन के माध्यम से छात्रों की विभिन्न समस्याओं से कुलपति को बिंदुवार अवगत कराया और बताया कि
1. नैप पद्धति द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं पूर्ण हुए लगभग 6 माह का समय हो गया है परन्तु उनका परीक्षा परिणाम अभी तक भी जारी नहीं किया गया है,
विश्व विद्यालय द्वारा सभी पाठ्यक्रमों का परीक्षाफल समय से जारी नही किया जा रहा है जिससे विद्यार्थी अपने परीक्षाफल को लेकर चिंतित रहते हैं और आगे के शिक्षण कार्य में ध्यान नहीं रख पा रहे हैं परीक्षाफल जारी करने में होने वाली देरी का कारण बताया जाए और शीघ्र सभी पाठयक्रमों के परीक्षाफल घोषित किए जाएं
2. श्रीमान जी सीसीएसयू मेरठ द्वारा व्यक्तिगत परीक्षा फॉर्म भराए जा रहे है क्या अपना विश्व विद्यालय भी व्यक्तिगत परीक्षा फॉर्म भराएगा? इस विषय को गंभीरता से लेते हुए सीसीएसयू की भांति विश्व विद्यालय द्वारा स्नातक और परास्नातक स्तर के व्यक्तिगत परीक्षा फॉर्म छात्र हित को ध्यान में रखते हुए आवश्यक रुप से भरवाए जाएं ताकि जो विद्यार्थी व्यक्तिगत परीक्षा फॉर्म से अपनी शिक्षा पूर्ण करने के लिए बाध्य है वे अपनी शिक्षा पूर्ण कर सके। अतः यूजी और पीजी के व्यक्तिगत परीक्षा फॉर्म को छात्र हित में भरवाया जाये
3. एलएलबी में नवीन सत्र के प्रवेश पंजीकरण फॉर्म ऑनलाइन 8 अक्टूबर 2023 तक भराए जा चुके हैं लेकिन अभी तक प्रवेश वरीयता सूची जारी नही हुई है। एलएलबी की प्रवेश प्रक्रिया समय से क्यों प्रारंभ नही हुई है कृपया सत्र को अविलंब संचालित कराने के लिए शीघ्र अति शीघ्र प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएं।
4. सभी स्नातक/परास्नातक पाठ्यक्रमों का सत्र विलंब से चल रहा है इसका विलंब का कारण बताते हुए सभी पाठ्यक्रमों के सत्र उचित समय पर संचालित कराएं जाए।
5. सभी पाठ्यक्रमों के प्रवेश पत्र डाउनलोड करते समय साइट पर पासवर्ड की व्यवस्था है उसमें फॉरगेट पासवर्ड का विकल्प दिया गया है परन्तु वह सुचारु रूप से कार्य नहीं करता है इसलिए इसे ठीक प्रकार से संचालित किया जाये अन्यथा पंजीकरण फार्म संख्या से प्रवेश पत्र डाउनलोड करने की व्यवस्था की जाएं।
6. छात्रों को विभिन्न समस्याओं के लिए विश्व विद्यालय द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर उचित ढंग से कार्य नही कर रहा है। छात्र सहायता हेतु नवीन हेल्प लाइन नंबर संचालित किया जाएं।
7. विभिन्न पाठ्यक्रमों के जारी परीक्षाफलो में अधिकांश विद्यार्थी जिन्होंने सभी परीक्षा दी है उसके बाद भी उनको किसी विषय कोड की परीक्षा में अनुपस्थित दर्शाया जा रहा है तथा साथ ही कुछ परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम वैबसाइट पर खुल नहीं रहा है इस समस्या का कारण उजागर कर शीघ्र अति शीघ्र सही ढंग से परीक्षाफल जारी करने की व्यवस्था की जाएं।
8. राष्ट्रीय शिक्षा नीति पद्धति से संचालित पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं में अधिक समय लग रहा है जिससे छात्रों के समक्ष समस्याएं रहती है। नैप पद्धति को सही ढंग से लागू कर छात्रों के शिक्षण कार्य को बढ़ावा देते हुए परीक्षाओं का कार्यकाल सीमित समय में सम्पन्न किया जाएं।
9. स्नातक/ परास्नातक स्तर के सम सेमेस्टर की परीक्षाएं बहुविकल्पीय आधारित सम्पन्न हुई जिसमें प्रश्न पत्र पाठ्यक्रम से अलग प्राप्त हुए। इस त्रुटि का कारण उजागर उचित कार्यवाही करें। और भविष्य में परीक्षाएं पाठ्यक्रम से बने प्रश्न पत्र से सम्पन्न कराई जाएं।
10. राष्ट्रीय शिक्षा नीति पद्धति के लघु सेमिनार प्रत्येक महाविद्यालय स्तर पर किया जाए जिससे छात्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति पद्धति से जागरूक हो सके।
छात्रसंघ नेता अमन जैन ने बताया कि कुलपति महोदय ने 10 सूत्रीय मांगों में से लगभग 5 मांगे तत्काल रूप से पूरी करते हुए समाधान कराया और शेष मांगो को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया और हमारे सुझावों पर भी सकारात्मक विचार व्यक्त किये
कपिल कुमार ने बताया कि पूरी हुई मांगे निम्न प्रकार है नैप पद्धति द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों के द्वितीय सेमेस्टर बैक, तृतीय सेमेस्टर के परीक्षाफल जारी किये गए , परा स्नातक (व्यक्तिगत) पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम जारी हुए, एलएलबी में प्रवेश पंजीकरण की तिथि विस्तारित करने की बात कही गई, रुके हुए परिणामों को तत्काल जारी कराया गया और छात्रों के परिणामों में आ रही अनुपस्थिति को ठीक कराया।
कुलपति महोदय प्रो हृदय शंकर सिंह ने छात्रसंघ नेता अमन जैन के छात्रहित में सक्रिय रहने और विभिन्न समस्याओं से अवगत कराने के लिए सराहना की एवं दिए मांग पत्र की अन्य सभी मांगो पर सकारात्मक विचारों के साथ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया ।
इस प्रतिनिधि मंडल में माहेनूर, पारुल, नदीम, विश्वास आदि छात्र छात्राएं उपस्थित रहें।