पुनीत तायल की मौत हादसा या साजिश की गुत्थी सुलझाने में जुटी देवबंद पुलिस

मृतक के दोस्तों ने सीओ देवबंद को सौंपा प्रार्थना पत्र

पुनीत की मौत को लेकर उठाए, सीओ देवबंद ने कोतवाली पुलिस को दी जांच

 

प्रशांत त्यागी, संवाददाता देवबंद

संदिग्ध परिस्थितियों में हुई युवक की मौत के मामले में उसे समय नया मोड़ आ गया जब मृतक युवक के साथियों ने कोतवाली देवबंद में तहरीर देते हुए युवक कि हत्या कर घटना को हदासे का रूप देने की आशंका जताई है। सीओ ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच के आदेश स्थानीय पुलिस को दिए हैं।

देवबंद के मोहल्ला मित्तर सैन चौक निवासी पुनीत तायल रविवार की देर रात अपने तीन साथियों के साथ देवबंद से कार द्वारा हरिद्वार घूमने के लिए निकला था। गांव बंदर जुड्डा के समीप उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गाड़ी में सवार तीन अन्य युवक जहां पुनीत तायल की मौत हादसे में होना बता रहे हैं तो वहीं देवबंद नगर में घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हवा में तैर रही है। पुनीत के साथ कार में सवार युवकों का कहना है कि वह स्वयं गाड़ी चला रहा था और सामने से आ रही गाड़ी में भिड़ंत होने के कारण हादसे में उसकी मौत हुई है। जबकि पुनीत के दोस्तों का कहना है युवकों द्वारा जो कहानी बताई जा रही है वह असत्य प्रतीत हो रही है। क्योंकि जब पुनीत पर गाड़ी चलानी ही नहीं आती तो वह गाड़ी कैसे चल रहा था और हादसा कैसे हो गया जो अपने आप में बहुत बड़ा सवाल है? मंगलवार को पूरे मामले में मोहल्ला कास्यथवाडा निवासी अजीत कश्यप, अमित धीमन, राकेश कश्यप,वासिद अंसारी, मोनू सिंचल आदि ने सीओ देवबंद को प्रार्थना पत्र देते हुए पूरे हादसे पर सवाल उठाते हुए कहा कि मामले की गंभीरता के साथ जांच कराई जाए तो कहानी कुछ और ही निकलेगी। प्रार्थना पत्र में बताया कि मृतक पुनीत तायल के सिर में पीछे से चोट है, जबकि गाड़ी में सवार अन्य युवकों को मामूली चोट ही आई है। उन्होंने कहा कि मृतक के पर जब कार चलानी नहीं आती थी तो ऐसे में उसके हाथ में कार का स्टेरिंग क्यों दिया गया? इसके अलावा ड्राइवर सीट पर खून का एक धब्बा भी नहीं है, जबकि ड्राइवर की पास वाली सीट पर खून पड़ा हुआ है पूरा मामला एक बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है।

हर बिंदु पर गंभीरता के साथ जांच होगी: सीओ

सीओ आदित्य सिंह ने ने पूरे मामले की जांच देवबंद कोतवाली पुलिस को दी है। सीओ ने बताया मामले की जांच कराई जा रही है फॉरेंसिक विभाग की टीम को मौके पर बुलाया जाएगा घटना में जो भी तथ्य प्रकाश में आए हैं उनके आधार पर आगे की जांच की जा रही है।

पुलिस को बिना सूचना दिए ही क्यों किया गया अंतिम संस्कार?

संदिग्ध परिस्थितियों में पुनीत तायल की मौत के मामले में परिजनों द्वारा स्थानीय पुलिस को बिना सूचना दिए ही हरिद्वार में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जबकि घटनास्थल से लेकर मंगलौर बस स्टैंड तक दो पुलिस चौकी पड़ती है, वहां पर भी कार मे‌ सवार युवकों द्वारा स्थानीय पुलिस को जानकारी तक भी नहीं दी गई। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो अगर पुनीत को समय रहते उपचार मिल जाता तो वह बच सकता था। लेकिन सही समय पर उपचार न मिलने के कारण उसकी मौत हो गई।

प्रशांत त्यागी

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