सावधान,भेड़िया रो रहा है
भेड़िया रो रहा है !! ——————— सावधान ! भेड़िया रो रहा है !! भेड़िए की आँखों में आँसू नहीं है…
जनसरोकारों का अग्रदूत
भेड़िया रो रहा है !! ——————— सावधान ! भेड़िया रो रहा है !! भेड़िए की आँखों में आँसू नहीं है…
प्रेम और निहारिका बचपन के दोस्त थे। प्राइमरी स्कूल से साथ ही पढ़ते रहे साथ ही बढ़ते रहे। और कॉलेज…
एक पेड़ के भी कई दुख होते हैं! दुख कि भोर में दाना लेने गई चिरैया साँझ के आखिरी पहर…
हमारे देश की संस्कृति है, ‘‘सबसे पहले स्त्री सम्मान।’’ देश की बेटियों से आग्रह है कि मैडल से पहले आत्मसम्मान…
मन ही हार जाता है और मन ही जीत जाता है अंतर्मन कभी कभी यूँ मुझसे मिलने आता है सोने…
… बहुत प्रकार है साड़ी के पर मूल रूप से साड़ी आत्म कवच है…… जीवन के विभिन्न चरणों में अलग…
बोलती हैं आंखे और बोलते हैं लफ़्ज़ पर मौन से सुंदर कोई बात नहीं होती नाराजगी होती है, नफ़रत भी…
कैसी जिंदगी जीने को मजबूर हो रहे जिनके लिए कमा रहे उन्हीं से दूर हो रहे….. आशियाना है बहुत ही…
सपनों के शहर में आशियां बनाया है वादों को मुकम्मल, हमने भी निभाया है राह कंटीली, पथरीली हो आई,तब… मखमली…
कैद नही कर पाई वो लम्हा जिसमें मां से ज्यादा ख़ूबसूरत लगी हूं, जब भी देखती हूं आइना लगता है…