ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नौ फरवरी से शुरू होने वाली चार मैच की टेस्ट सीरीज विराट कोहली के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी। मेहमान टीम में स्पिनर नाथन लायन की मौजूदगी पूर्व भारतीय कप्तान के लिए एक बड़ा चैलेंज साबित होगी। कोहली जिस तरह से स्पिनर्स के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं वह कंगारू टीम से भी छिपी नहीं है। ऐसे में, बॉर्डर गावस्कर सीरीज के दौरान विराट के क्रीज पर आने के बाद लायन को अटैक पर देखना लाजिमी होगा। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान का मानना है कि कोहली को इस संकट से बाहर निकलने के लिए अपने डिफेंसिव अप्रोच को छोड़ना होगा।

स्पिनर के खिलाफ आक्रामक रूख से बनेगी कोहली की बात

इरफान पठान का मानना है कि नागपुर में नौ फरवरी से शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए चार मैचों की सीरीज से पहले विराट कोहली को अपने खेलने के तरीके में बदलाव लाना होगा। नाथन लायन की अगुआई वाली ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों के खिलाफ कोहली को और आक्रामक होने की कोशिश करनी होगी। कोहली लिमिटेड ओवर क्रिकेट में फॉर्म में लौट चुके हैं, लेकिन इस दौरान दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के साथ-साथ श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई घरेलू सीरीज के दौरान वह स्पिन के खिलाफ संघर्ष करते दिखे। तैजुल इस्लाम, शाकिब अल हसन और मिचेल सेंटनर जैसे फिरकी गेंदबाजों ने उन्हें कई मौकों पर पवेलियन भेजा। यह स्थिति ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कोहली के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।

पठान ने स्टार स्पोर्ट्स के गेम प्लान शो में कहा, “कभी-कभी उन्हें स्पिन के खिलाफ थोड़ा अधिक आक्रामक होना चाहिए, यह आपको उस मुकाबले में बेहतर बना सकता है, जब आप नाथन लायन जैसे खिलाड़ियों का सामना कर रहे हों।”

स्पिनर के खिलाफ क्या है कोहली की दिक्कत?

आमतौर पर कोहली किसी भी स्पिनर के खिलाफ क्रीज से आगे बढ़कर, यानी डाउन द ट्रैक जाकर गेंद पर हमला नहीं करते। वह ज्यादातर मौकों पर क्रीज की गहराई का इस्तेमाल करते हैं या अपनी जगह से ही स्ट्रेच करके गेंद तक पहुंचने की कोशिश करते हैं। ऐसी स्थिति में कई बार वह या तो गेंद तक पहुंच नहीं पाते या गेंद की उछाल से गच्चा खा जाते हैं। मेहदी हसन मिराज, शाकिब और सेंटनर के खिलाफ लगभग हर मौके पर कोहली इसी फैशन में आउट हुए।

द्रविड़ की सलाह से खत्म होगी कोहली की दिक्कत!

इरफान जिस चीज का इशारा कर रहे हैं उसे हेड कोच राहुल द्रविड़ अच्छी तरह से समझ सकते हैं। द्रविड़ अपने महान टेस्ट करियर में हर पारी के दौरान डिफेंसिव और ऑफेंसिव बल्लेबाजी का शानदार मुजाहिरा पेश करते रहे। वह क्रीज की गहराई के साथ डाउन द ट्रैक जाकर भी बल्लेबाजी करते रहे। कोहली को पठान की कही बातों के मायने द्रविड़ अच्छी तरह से समझा सकते हैं।

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