Anuj Tyagi


दहेज ठुकराने वाले युवाओं को मिलेगा सर्व खाप पंचायत में सम्मान : चौ. नरेश टिकैत

मुज़फ्फरनगर, 03 दिसंबर।
जनपद में दहेज जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ एक नई सोच उभरकर सामने आ रही है। जिले के कई युवा विवाह के समय मिलने वाले दहेज को स्वीकार करने से साफ इंकार कर रहे हैं। इस बदलते रुझान और सकारात्मक पहल को देखते हुए, बलियान खाप के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने घोषणा की कि दहेज लौटाने वाले सभी दूल्हों को पंचायत की ओर से सम्मानित किया जाएगा।

 

बुधवार को शहर के बाइपास रोड पर पचैंडा कलां—मुस्तफाबाद मार्ग स्थित नयारा पेट्रोल पंप के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे चौधरी नरेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत में इस पहल की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समाज में बढ़ती समझ और रिश्तों की मजबूती को ध्यान में रखते हुए दहेज जैसी कुप्रथा को खत्म करने की दिशा में यह बड़ा कदम उठाया गया है।

नरेश टिकैत ने कहा,
“हमारे समाज में अपने-अपने घरों के रिश्ते प्यार और सम्मान से जुड़े रहें, इसी सोच के तहत दहेज न लेने की परंपरा को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिन युवाओं ने दहेज लेने से साफ इंकार किया है, उनके नाम एकत्र किए जा रहे हैं। जल्द ही उन्हें पंचायत की ओर से प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया जाएगा।”

उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न खाप क्षेत्रों में ऐसे युवाओं का सत्कार किया जाएगा। कुछ मामलों में तो युवाओं ने 31 लाख रुपये जैसे भारी दहेज को भी अस्वीकार कर समाज के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया है। टिकैत ने कहा कि यह कदम समाज के लिए प्रेरणादायक है और युवाओं के सोच में आ रहे बदलाव का परिचायक है।

उन्होंने यह भी कहा,
“अक्सर दहेज के कारण परिवारों में विवाद पैदा हो जाते हैं, लेकिन इस बार युवाओं ने सही दिशा में कदम बढ़ाते हुए समाज के लिए मिसाल पेश की है। यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी।”

उनके अनुसार दहेज-मुक्त विवाह को बढ़ावा मिलने से सामाजिक विश्वास मजबूत होगा और खाप पंचायतें भी इस अभियान को आगे ले जाने में निरंतर सहयोग देती रहेंगी।


जल्द आयोजित होगा सम्मान समारोह

चौधरी नरेश टिकैत ने बताया कि दहेज लेने से इंकार करने वाले युवाओं की सूची लगभग तैयार हो चुकी है। जल्द ही पंचायत की ओर से सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें इन युवाओं को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाएगा ताकि अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिल सके।

उन्होंने कहा कि जनपद में दहेज, नशा और अन्य सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, और इसके परिणामस्वरूप समाज में दहेज-रहित विवाह की परंपरा मजबूत होती दिख रही है।

टिकैत ने कहा कि सामाजिक सुधारों के लिए ऐसी पहल बेहद जरूरी है और खाप पंचायतें आगे भी समाजहित में अपनी सक्रिय भूमिका निभाती रहेंगी।


 

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