सहारनपुर रेलवे रोड स्थित व्यापार भवन में सर्वदलीय संघर्ष समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें नगर निगम द्वारा गृह कर, जलकर और सीवर कर में की जा रही कई गुना वृद्धि पर गहरी चिंता जताई गई। बैठक में शहर की प्रमुख व्यापारिक, सामाजिक और राजनीतिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि जब तक जनता को राहत नहीं मिलती, संघर्ष जारी रहेगा।
बैठक के दौरान समिति को महापौर डॉ. अजय सिंह की ओर से यह आश्वासन मिला कि 2024 से पहले बने रिहायशी मकानों पर कोई नया कर लागू नहीं होगा। यदि किसी संपत्ति में नया निर्माण, नामांतरण या स्वामित्व परिवर्तन नहीं हुआ है तो अगले तीन वर्षों तक पुराना कर ही मान्य रहेगा। चैरिटेबल और अन्य संस्थाओं को भी कर में राहत देने का भरोसा दिया गया। महापौर ने स्पष्ट किया कि नई वाणिज्यिक संपत्तियों पर नियमानुसार कर लगेगा, लेकिन जहां संभव होगा, नगर निगम राहत देगा। उन्होंने जनता को विश्वास दिलाया कि कोई भी ऐसा निर्णय नहीं लिया जाएगा जिससे आम नागरिक या व्यापारी वर्ग परेशान हों।
महापौर के इस आश्वासन को जनहित में सकारात्मक पहल मानते हुए संघर्ष समिति ने फिलहाल आंदोलन स्थगित करने की घोषणा की है, साथ ही चेतावनी दी कि यदि आश्वासन के अनुरूप निर्णय नहीं हुए तो दोबारा व्यापक आंदोलन शुरू किया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता व्यापार मंडल अध्यक्ष विवेक मनोचा ने की, संचालन समिति के संयोजकों द्वारा किया गया। बैठक में व्यापारियों के साथ विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारी भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने महापौर से जल्द राहतकारी निर्णय लेने की अपील करते हुए संघर्ष समिति को पूर्ण समर्थन देने का भरोसा जताया। इस दौरान पूर्व विधायक ठाकुर वीरेंद्र सिंह, पूर्व राज्य मंत्री सरफराज खान, वरिष्ठ समाजसेवी महेंद्र तनेजा, जैन समाज के अध्यक्ष राजेश कुमार जैन, वरिष्ठ समाजसेवी जय नाथ शर्मा, पूर्व सांसद हाजी फजलुर रहमान, व्यापारी नेता यशपाल मैनी, व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष विवेक मनोचा, महामंत्री सुरेंद्र मोहन चावला, समाजवादी पार्टी के नेता फैसल सलमानी समेत कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
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