हापुड़। कहते हैं वर्चस्व की लड़ाई में इंसान मरने व मारने के लिए तैयार हो जाता है। ऐसी ही वर्चस्व की लड़ाई गोली लगने से घायल हुए हिस्ट्रीशीटर थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव होशदारपुर गढ़ी के बॉबी उर्फ बोबिंदर व उसके गांव के ही पिंटू के बीच चल रही है।
इस रंजिश की आग में घी उस वक्त डला जब दोनों एक ही जेल में बंद थे। इसके बाद व्यक्ति ने अपने भाई के साथ मिलकर हिस्ट्रीशीटर को मौत के घाट उतारने की साजिश रची थी। गनीमत, रही कि हिस्ट्रीशीटर की जान बच गई। मगर, अभी भी वह अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार, बॉबी उर्फ बोबिंदर और पिंटू के बीच दुश्मनी की शुरुआत होशियारपुर गढ़ी गांव में कई साल पहले एक मामूली विवाद से हुई थी। यह छोटा-सा झगड़ा धीरे-धीरे वर्चस्व की जंग में बदल गया। गांव में होने वाले किसी भी विवाद में दोनों एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हो जाते थे।
ग्रामीणों के अनुसार, बॉबी उर्फ बोबिंदर और पिंटू के बीच दुश्मनी की शुरुआत होशियारपुर गढ़ी गांव में कई साल पहले एक मामूली विवाद से हुई थी। यह छोटा-सा झगड़ा धीरे-धीरे वर्चस्व की जंग में बदल गया। गांव में होने वाले किसी भी विवाद में दोनों एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हो जाते थे।
वर्ष 2007 में पिंटू, उसके भाई दीपक और उनकी मां बाला ने गांव की एक युवती लक्ष्मी की जलाकर हत्या कर दी थी। इस मामले में बॉबी ने पीड़ित पक्ष का साथ दिया था, जिसके बाद पुलिस ने पिंटू और दीपक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कोर्ट ने दोनों भाइयों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, जबकि उनकी मां को बरी कर दिया गया था।
वर्ष 2010 में, गांव लुखराड़ा के विवेक की हत्या के मामले में बॉबी को जेल भेजा गया। उस समय पिंटू पहले से ही जेल में सजा काट रहा था। जेल में दोनों के बीच तनाव और बढ़ गया, और रंजिश की आग भड़क उठी। 12 साल की सजा काटने के बाद पिंटू और दीपक जेल से रिहा हुए। करीब एक साल पहले बॉबी भी जमानत पर छूटा। इसके बाद पिंटू और उसके भाई ने बॉबी की हत्या की साजिश रची, जिसके तहत यह गोलीकांड अंजाम दिया गया।
"
""
""
""
""
"
वर्ष 2010 में, गांव लुखराड़ा के विवेक की हत्या के मामले में बॉबी को जेल भेजा गया। उस समय पिंटू पहले से ही जेल में सजा काट रहा था। जेल में दोनों के बीच तनाव और बढ़ गया, और रंजिश की आग भड़क उठी। 12 साल की सजा काटने के बाद पिंटू और दीपक जेल से रिहा हुए। करीब एक साल पहले बॉबी भी जमानत पर छूटा। इसके बाद पिंटू और उसके भाई ने बॉबी की हत्या की साजिश रची, जिसके तहत यह गोलीकांड अंजाम दिया गया।
पहले कमर फिर खोपड़ी में मारी थी गोली
25 मई 2025 की रात करीब साढ़े दस बजे बॉबी अपनी बाइक से होशियारपुर गढ़ी गांव की ओर जा रहा था। जैसे ही वह 57 चौराहे के पास पहुंचा, पिंटू और उसके भाई दीपक ने घात लगाकर उसे रोक लिया। दोनों ने बॉबी पर तमंचा तान दिया। बॉबी ने भागने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उस पर गोली चला दी, जो उसकी कमर में जा लगी। गोली लगने से बॉबी सड़क पर गिर पड़ा।
इसके बाद हमलावरों ने क्रूरता दिखाते हुए उसके सिर के पास एक और गोली दागी। लगभग आधे घंटे तक हमलावर घटनास्थल पर डटे रहे और बॉबी को मृत समझकर वहां से फरार हो गए।
बोले जिम्मेदार, जल्द होगी गिरफ्तारी
मामले में पिंटू व उसके भाई द्वारा हत्याकांड को अंजाम देने की बात प्रकाश में आई है। अभी जांच की जा रही है। जांच के बाद हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। – विजय गुप्ता, प्रभारी, थाना बाबूगढ़