गोरखपुर। बिजली निगम का महानगर के 16 विभागों पर बिल के मद में 31 करोड़ 31 लाख 89 हजार रुपये का बकाया है। सबसे ज्यादा बकाया 11 करोड़ 41 लाख 50 हजार रुपये बकाया पुलिस विभाग पर है। दूसरे नंबर पर नगर निगम है। इस पर आठ करोड़ 52 लाख 23 हजार रुपये बकाया है। बिजली निगम ने बकायेदार विभागों को नोटिस भेजा है। यदि जल्द रुपये नहीं जमा हुए तो इनका कनेक्शन काटा जाएगा।
महानगर में लोक निर्माण विभाग के कार्यालयों पर दो करोड़ 92 लाख 21 हजार रुपये का बिजली बिल का बकाया है। पिछले दिनों बकाया न जमा करने पर नगर निगम ने लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता का कार्यालय सील कर दिया था। यदि बकाया नहीं जमा हुआ तो विभाग के बिजली का कनेक्शन काटने की तैयारी चल रही है।
अधीक्षण अभियंता शहर लोकेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि बकायेदार विभागों को नोटिस भेजा गया है। यदि जल्द बकाया नहीं जमा कराया गया तो कनेक्शन काटने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। राजस्व वसूली का लक्ष्य हर हाल में पूरा कराया जाएगा।
अधीक्षण अभियंता शहर लोकेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि बकायेदार विभागों को नोटिस भेजा गया है। यदि जल्द बकाया नहीं जमा कराया गया तो कनेक्शन काटने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। राजस्व वसूली का लक्ष्य हर हाल में पूरा कराया जाएगा।
इन विभागों पर बकाया
पुलिस, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, आवास विभाग, शिक्षा विभाग, सिंचाई विभाग, विज्ञान व तकनीकी विभाग, कृषि विभाग, जल निगम, समाज कल्याण, नियोजन, यातायात, आबकारी, गन्ना, मुस्लिम वक्फ बोड, राजस्व विभाग।
ट्रांसफार्मर जले तो जेई की होगी जिम्मेदारी
गर्मी में ट्रांसफार्मर जलने पर सीधी जिम्मेदारी जेई की होगी। बिजली निगम ने ट्रांसफार्मर जलने के मामले रोकने और समय से क्षमता वृद्धि व लोड बैलेंसिंग कार्य को पूरा कराने के उद्देश्य से एक बार फिर सभी जेई को निर्देश जारी किए हैं। चेयरमैन डा. आशीष गाेयल के निर्देश के बाद अभियंता सौ केवीए से ज्यादा क्षमता के ट्रांसफार्मरों की एक बार फिर से जांच कराने में जुट गए हैं।