मुज़फ्फरनगर
आज दिनांक 17 मार्च 2025 को गुर्जर सदभावना सभा मुज़फ्फरनगर के तत्त्वाधान में आर॰ के॰ शिक्षा निकेतन स्कूल रामपुरी में गुर्जर समाज द्वारा एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे शहर मुज़फ्फरनगर के गणमान्य लोगों ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ भाग लिया।
आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता गांधी पॉलिटेक्निक के पूर्व प्राचार्य रामपाल सिंह जी द्वारा की गई। कार्यक्रम में गुर्जर सद्भावना सभा के अध्यक्ष रामपाल सिंह ने विनीत बैंसला को मुजफ्फरनगर जिले का जिलाध्यक्ष, मास्टर इच्छाराम को नगर अध्यक्ष एवं रणपाल जी को नगर महासचिव एवं डॉ बिक्रम को संरक्षक मंडल सदस्य मनोनीत करते हुए कहा कि गुर्जर सदभावना सभा पिछले 30 वर्षों से गुर्जर समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रही है।
नवनियुक्त पदाधिकारियों को जिम्मेदारी देते हुए पूर्ण विश्वाश है सभी पदाधिकारी समाज के बहुमुखी विकास के लिए बेहतरीन कार्य करते हुए गुर्जर सद्भावना सभा को एक नई पहचान देंगे और इस संगठन को और अधिक ऊंचाई तक ले जाने का काम करेंगे।
कार्यक्रम में गत दिनों SSC CGL में चयनित हुई गुर्जर गौरव वैशाली पुत्री मास्टर नरेंद्र सिंह निवासी छपरा एवं सतबीर सिंह जी निवासी बीजोपुरा के पुत्र का ASI पद चयन होने पर उन्हें प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
आज के कार्यक्रम में पुष्पेंद्र कुमार ने कहा कि भारत के इतिहास में आज तक केवल 9 सम्राट हुए हैं जिनमें से सम्राट मिहिर भोज, सम्राट कनिष्क और सम्राट मिहिरकुल हूण तीनों सम्राट गुर्जर थे तथा उन्होंने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज हमारी युवा पीढ़ी को गुर्जर सम्राटों के जीवन से प्रेरणा लेकर जीवन के पथ पर आगे बढ़ने का कार्य करना चाहिए।
अभिषेक चौधरी गुर्जर ने कहा कि समाज की अग्रिम पंक्ति के लोगों का मूल दायित्व है कि समाज में फैल रही सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास, शिक्षा, स्वावलंबन, जीवन में निरंतर हो रहे नैतिक मूल्यों के पतन आदि गंभीर विषयों पर अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए कार्य करना चाहिए। उन्होंने गुर्जर सद्भावना सभा के उद्देश्यों एवं कार्यों के बारे में सदन को अवगत कराया।
गुर्जर सद्भावना सभा के ओ. पी. चौहान ने अपने वक्तव्य में कहा कि बच्चों को संस्कार सिखाने के लिए सबसे जरूरी है कि अभिभावकों को भी अपने से बड़े बुजुर्गों और अपने से छोटों का सम्मान करना आना चाहिए। हर बच्चा अपने मां-बाप और परिवार की नकल करता है अगर अभिभावक खुद भी परिवार के बीच में रहकर संस्कार नहीं दिखाएंगे तो बच्चा भी संस्कारित नहीं होगा इसलिए सबसे पहले अभिभावकों को भी संस्कारित होना पड़ेगा और बच्चों के सामने ऐसा कोई भी कार्य न करें जो संस्कार विहीन हो क्योंकि बच्चे तो कच्चे घड़े के समान होते हैं वह जैसा माहौल घर और परिवार में देखेंगे वैसे ही संस्कार उनमें भी आएंगे।
देशराज चौहान जिलाध्यक्ष अंतराष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज समाज में शिक्षा के साथ-साथ व्यापार में भी आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। हमें सामाजिक कुरीतियों जैसी ब्रह्म भोज, कंदूरी, कुंडली मिलान, दहेज प्रथा एवं शादियों में बढ़ रहे डीजे के प्रकोप आदि पर समाज में छोटी-छोटी संगोष्ठियों के माध्यम से जागरूकता लाने का कार्य करना चाहिए।
जय किसान आंदोलन के मंडल अध्यक्ष वेदपाल सिंह गुर्जर ने कहा कि गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम सबको समाज की प्रतिभाओं को संवारने के लिए कार्य करना चाहिए तथा उनकी हर संभव मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज के छात्र व छात्राओं हेतू कैरियर कॉउंसलिंग के कार्यक्रम संचालित करने चाहिए।
जय किसान आंदोलन के जिलाध्यक्ष पवन चौहान ने कहा कि समाज में अगर किसी भी साथी का शासन या प्रशाशन द्वारा शोषण किया जाता है तो जय किसान आंदोलन उनकी लड़ाई लड़ने का काम करेगा।
नरेंद्र सिंह पंवार उर्फ साधु गुर्जर संयोजक हिंदू संघर्ष समिति मुजफ्फरनगर ने कहा कि समाज प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है लेकिन राजनीतिक हिस्सेदारी में अभी भी उतना आगे नहीं आया है। इसलिए समाज का कोई भी व्यक्ति किसी भी पार्टी या संगठन से जुड़ा हो समाज के लोगों का दायित्व बनता है कि समाज को एकजुटता का परिचय देते हुए उनका भरपूर सहयोग करना चाहिए।
गुर्जर सदभावना सभा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष विनीत बैंसला ने कहा कि समाज द्वारा जो जिम्मेदारी मुझे आज दी गई है मैं उस जिम्मेदारी को तन मन और धन से पूरा करूंगा और संगठन को निराश नहीं करूंगा।
नवनियुक्त नगर अध्यक्ष मास्टर इच्छाराम ने कहा कि आगामी 23 मार्च को रामपुर तिराहा स्थित गुर्जर हॉस्टल में अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा तथा उसी दिन नगर और जिले की कार्यकारिणी की घोषणा की भी जाएगी।
कार्यक्रम का सफल संचालन सुरेश अमीन साहब द्वारा किया गया। तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर रामपाल सिंह ने की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से ओ पी चौहान, बालक राम जी, सुरेश कुमार , साधु गुर्जर उर्फ नरेंद्र पंवार , डॉक्टर बिक्रम सिंह, हिमांशु एडवोकेट, हिमांशु तोमर, विनीत बैंसला, देशराज चौहान, अंजेश गुर्जर, टीटू ठेकदार, प्रवीण सिरोही, मास्टर प्रदीप, राजेंद्र सिंह दारोगा जी, बिजेंद्र, रविन्द्र, लाला, सतबीर, नरेश, अमित, पंकज, मनोज, शिवकुमार फौजी, संजय, सेठपाल, रामफल दारोगा, श्रीपाल छपरा, शेखर, मदन, महेंद्र आदि गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार साझा किये और सैकड़ों लोगों ने समर्थन व सहयोग का वचन दिया।।