हल्द्वानी। नगर निगम हल्द्वानी को आज रात नया महापौर मिल जाएगा। दिसंबर 2023 में जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल खत्म होने के बावजूद राज्य सरकार समय से चुनाव नहीं करवा पाई थी। इसलिए हल्द्वानी समेत सभी निकाय प्रशासकों के जिम्मे थे। लेकिन मतगणना समाप्त होने के बाद फिर से जनप्रतिनिधियों का शासन शुरू हो जाएगा। 23 जनवरी को मतदान के दिन 158394 लाख लोगों ने वोट डाला था। छह राउंड में मतगणना पूरी होगी।
57 वार्डों से 228 लोगों ने दावेदारी की
हल्द्वानी में मेयर पद को लेकर भाजपा से गजराज बिष्ट, कांग्रेस से ललित जोशी, बसपा शिवगणेश, यूकेडी मोहन कांडपाल, निर्दलीय मनोज कुमार आर्य, आरपी सिंह, भुवन पांडे, मनोज कुमार मन्नू, नवीन चंद्र और दीप चंद्र पांडे मैदान में उतरे थे। तीन वार्डों में पार्षदों का निर्विरोध निर्वाचन होने की वजह से 57 वार्डों से 228 लोगों ने दावेदारी की है
कड़ी सुरक्षा के बीच मतों की गिनती
वहीं, शनिवार सुबह एमबी इंटर कालेज स्थित मतगणना केंद्र में कड़ी सुरक्षा के बीच मतों की गिनती शुरू कर दी गई थी। मतपेटियों को खंगालने के बाद पार्षद और मेयर के बैलेट अलग किए जा रहे हैं। गिनती पहले पार्षद पद के मतों की जा रही है। पहला राउंड खत्म होने पर हल्द्वानी के वार्ड एक रानीबाग, वार्ड 18 शिवपुरी भवानीगंज, वार्ड 35 जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा और वार्ड 47 बिठौरिया का परिणाम आ जाएगा।
कालाढूंगी व लालकुआं का परिणाम भी हल्द्वानी से निकलेगा
हल्द्वानी के अलावा एमबी इंटर कालेज में कालाढूंगी नगरपालिका और लालकुआं नगर पंचायत के मतों की गणना भी चल रही है। कालाढूंगी के 7226 मतों की गणना को चार और लालकुआं के 4716 मतों के लिए चार टेबल लगाई गई है।
मतदाता सूची से लोगों के नाम गायब होना भाजपा की साजिश: यशपाल आर्य
हल्द्वानी: नगर निगम चुनाव में वोटर लिस्ट से 30 प्रतिशत मतदाताओं का नाम गायब होना भाजपा की सोची समझी साजिश है। देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों के नाम मतदाता सूची से काट दिए गए। ये दर्शाता है कि भाजपा सत्ता पर काबिज होने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है लेकिन ऐसे षड्यंत्र काम नहीं आएंगे और निकाय चुनाव में जनता का आशीर्वाद कांग्रेस को मिलेगा।
यह बात नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने शुक्रवार को हल्द्वानी स्वराज आश्रम में मीडिया से बातचीत के दौरान कही। नेता प्रतिपक्ष आर्य ने भाजपा पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम गायब होने को मौलिक अधिकारों और संविधान का हनन करार दिया है। कहा कि चुनाव में पारदर्शिता कतई देखने को नहीं मिली और जमकर शराब और धनबल का प्रयोग किया गया।
निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए। कहा कि मतदाताओं के नाम गायब करना, कई क्षेत्रों में लोगों को मताधिकार का प्रयोग करने से रोकना इस बाद को दर्शाता है कि सरकार डरी हुई है। इसमें प्रशासनिक मशीनरी भी लिप्त रही है। इस बात का अंदेशा कांग्रेस पाटी ने पहली जता दिया था। ऐसा तानाशाही पूर्ण रवैया कब तक चलेगा। आर्य ने जनता से सचेत होने की अपील की है।
वहीं, भगवानपुर में विधायक ममता राकेश के साथ हुई अभद्रता की निंदा करते हुए कहा कि इससे भाजपा के चरित्र का पता चलता है। नेता प्रतिपक्ष आर्य ने कहा कि प्रदेश में बदलाव का वातावरण दिखा है। सरकार ने सिस्टम का दुरुपयोग किया, लेकिन कांग्रेस मजबूत स्थिति में है। उन्होंने नगर निकाय का परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आने का दावा किया।

