पंखे से फंदा लगाकर दी जान
इसके बाद रात में ही कमरा बंद करके पंखे से फंदा लगाकर उसने आत्महत्या कर ली। सुबह छह बजे जब परिजन जागे तो उन्होंने सोनू का शव फंदे पर लटका देखा और पुलिस को सूचना दी। पोस्टमार्टम हाउस पर मृतक के पिता शरद कुमार ने आरोप लगाया कि कोतवाली में तैनात एक दारोगा सहित आठ पुलिसकर्मी सोनू को लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। आएदिन उसे किसी न किसी झूठे मामले में फंसाकर जेल भेजने की धमकी देकर रुपये ठगते थे। पुलिस ने फर्जी मामले दर्ज कर उसे कई बार जेल भेजा था। इसी से परेशान होकर दो माह पहले वह जयपुर में मजदूरी करने चला गया।
आठ दिन पहले लौटकर आया था मैनपुरी
पिछले 15 दिनों से सिविल लाइन चौकी का सिपाही जोगेंद्र, संतोष, ललित, जाट, रेलवे गेट चौकी के कुछ पुलिसकर्मी फोन करके उसे परेशान कर रहे थे। इसी वजह से वह आठ दिन पहले मैनपुरी लौटकर आया था। एक दिन पहले भी पुलिस वाले फोन करके सोनू से पांच हजार रुपये की मांग की थी, रुपये न देने पर उसे जेल भेजने की धमकी दी। इसी वजह से परेशान होकर उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना से स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है।