नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने अपने खिलाफ लग रहे आरोपों के बीच इस्तीफे की धमकी दी है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, मीडिया और सोशल मीडिया पर मेरी राजनीतिक हत्या करने के लिए साज़िश के तहत तथ्यहीन और अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। मेरे मंत्रित्व काल में प्राविधिक शिक्षा विभाग में वंचित वर्ग से आने वाले कार्मिको के हितों की रक्षा के बारे में पूरे उत्तर प्रदेश को पता है।
पटेल ने कहा, सब को पता है कि इसके पीछे कौन है। आगे और भी ऐसे आरोप लगेंगे। ऐसे मिथ्या आरोपों से डरने वाले कोई और होंगे। अपना दल वंचितों के हक़ की लड़ाई से पीछे नहीं हटने वाला।
एक बात और, सामाजिक न्याय की जंग के लिए अपना दल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व माननीय गृहमंत्री अमित शाह के सानिध्य में 2014 में एनडीए का अंग बना था। प्रधानमंत्री का जिस दिन आदेश होगा बिना एक सेकेंड देरी के मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा। अशीष पटेल ने आगे लिखा, ”सांच को आंच क्या! माननीय मुख्यमंत्री जी अगर आवश्यक समझें तो आरोपों की सीबीआई से जांच करा लें। मैं तो यहां तक कहता हूं कि दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए लगे हाथ बतौर मंत्री अब तक मेरे द्वारा लिए गए एक-एक निर्णय की भी सीबीआई से जांच करा लें।”
एक बात और, सामाजिक न्याय की जंग के लिए अपना दल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व माननीय गृहमंत्री अमित शाह के सानिध्य में 2014 में एनडीए का अंग बना था। प्रधानमंत्री का जिस दिन आदेश होगा बिना एक सेकेंड देरी के मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा। अशीष पटेल ने आगे लिखा, ”सांच को आंच क्या! माननीय मुख्यमंत्री जी अगर आवश्यक समझें तो आरोपों की सीबीआई से जांच करा लें। मैं तो यहां तक कहता हूं कि दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए लगे हाथ बतौर मंत्री अब तक मेरे द्वारा लिए गए एक-एक निर्णय की भी सीबीआई से जांच करा लें।”
दरअसल, मामला उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा विभाग के डिप्लोमा विभागाध्यक्षयों के पदों पर प्रमोशन का है। इसको लेकर आशीष पटेल पर गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं।
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