रातभर पुलिस ने दोनों पर रखी नजर
उन्होंने खुद को डॉक्टर व नर्स बताते हुए अलग-अलग कमरे बुक किए। रात में मां-बेटे की गतिविधि पर नजर रखी गई और शनिवार सुबह पुलिस टीम आरोपितों के कमरे में दाखिल हो गई। करीब दो घंटे तक पूछताछ के बाद पुलिस टीम कैब के माध्यम से आरोपितों को लेकर वाराणसी के लिए निकल गई। रास्ते में पुलिस टीम के बाकी सदस्य भी मिले और फिर सभी लोग वाराणसी से फ्लाइट पकड़कर बेंगलुरू पहुंच गए।
अदालत से नहीं बनवाया आरोपितों का रिमांड
बेंगलुरू पुलिस की ओर से जारी प्रेस नोट में निशा व अनुराग की गिरफ्तारी प्रयागराज से बताई गई है। इस संबंध में स्थानीय पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई। इसके अलावा अदालत से आरोपितों का रिमांड भी नहीं बनवाया गया। प्रयागराज के पुलिस अधिकारी भी इस बारे में कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं।
बोले बेंगलुरु पुलिस टीम के विवेचक
बेंगलुरु पुलिस टीम के संग जौनपुर आए एसआइ रंजीत कुमार ने बताया कि तीन आरोपितों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रयागराज और गुरुग्राम से आरोपितों को बेंगलुरु पुलिस ने 24 घंटे के अंदर उन्हें बेंगलुरु कोर्ट में पेश किया। जहां से सभी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।