संभल। सांसद जियाउर्रहमान के मुहल्ला दीपा सराय में बुधवार को चले सर्च अभियान के दौरान बिजली चोरी के मामले सामने आने पर पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने दो टूक चेतावनी दी है। उन्‍होंने कहा क‍ि अगर बिजली अधिकारियों से किसी ने कुछ कहा तो उसकी खैर नहीं। जो बिजली चोरी में पकड़े गए हैं उनका न तो वीजा बनेगा और न ही कहीं नौकरी लगेगी।
बीती 24 नवंबर को मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद बीते सोमवार और बुधवार को दीपा सराय में डीएम व एसपी के नेतृत्व में सर्च अभियान चलाया गया था। पहले 13 और बाद में बीस घरों में तलाशी ली गई थी। इसी दौरान अफसरों को एक मकान के अंदर लगा बिजली का पोल दिखाई दिया तो बिजली अफसरों को भी मौके पर बुला लिया।

एसपी ने दी दो टूक चेतावनी

टीम ने चेकिंग की तो पता लगा कि इस पोल से आधा दर्जन घरों में चोरी से बिजली का उपयोग किया जा रहा था। सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के साथ ही पुलिस अधीक्षक ने मौके पर मौजूद लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इस मुहल्ले में आने से डरते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। किसी ने भी कुछ उल्टा सीधा करने या कहने का प्रयास किया तो उसकी खैर नहीं होगी।

उन्होंने यह भी कहा कि तीन मंजिल मकान बनवा लिया और खुद बिजली चोरी करने के साथ ही दूसरों को भी बांटने का काम किया गया। बिजली चोरी में मुकदमा दर्ज होने के बाद संबंधित लोगों को न तो कही नौक्री मिलेगी और न ही किसी देश का बीजा मिल सकेगा।

सांसद के मकान पर चल सकता है बुलडोजर

संभल। संभल में हुई हिंसा के बाद सपा सांसद जियाउर्रहमान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पहले हिंसा भड़काने को लेकर इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद छह महीने पहले गाड़ी से हुए हादसे की फिर से जांच और अब बिना नक्शा बनाए जा रहे मकान को ध्वस्त किए जाने का नोटिस दिया जाना सांसद के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। अब नसीम की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में भी बर्क पर शिकंजा और कस सकता है। क्योंकि प्राथमिकी में तुर्क बिरादरी के लोगों के हमला करने का आरोप लगाया गया है। मकान के नोटिस को लेकर सांसद की ओर से अधिवक्ता ने एक महीने का समय मांगा है। हालांकि, एसडीएम ने इस मामले में कार्रवाई से इंकार नहीं किया है।

जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर का दावा पेश होने के बाद सर्वे शुरू होते ही सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और उनके पिता ममलूकुर्रंहमान बर्क द्वारा की गई बयानबाजी को भड़काऊ बताते पुलिस प्रशासन ने 24 नवंबर को सर्वे के दौरान हुई हिंसा में नामजद करते हुए आरोपित बनाया। इसके बाद उनकी गाड़ी से हुई दुर्घटना की कई महीने बाद दोबार से जोच कराने के लिए फाइल खुलवा दी। सोमवार और बुधवार को उन्हीं के मुहल्ले में सर्च अभियान चलाया गया। इसमें पहले दिन 13 मकानों में तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें दो तमंचे व 73 स्मैक की पुड़ियां बरामद हुई थीं।

बुधवार को बीस घरों में तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान घर में लगे बिजली के पोल और अतिक्रमण कर चौक में बनाई गई दुकान पर बुलडोजर चलाया गया। अब सांसद द्वारा दीपा सराय में बनवाए जा रहे मकान को बिना नक्शे के बनाने पर नोटिस देकर ध्वस्तीकरण कराए जाने का फरमान जारी कर दिया है।

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