मुज़फ्फरनगर,आज भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज नई मण्डी में “अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान” द्वारा ‘समर्पण निधि’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि श्री प्रदीप कुमार जी (मेरठ प्रांत संगठन मंत्री) व विपुल भटनागर जी (पुरातन छात्र, Indian industries के अध्यक्ष) रहे। इस कार्यक्रम के संचालक भुजेंद्र जी (प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु मंदिर साकेत, जिला समन्वयक) रहे ।इस अवसर पर सुभाष चंद्र गुप्ता (अध्यक्ष भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर ) प्रमोद कुमार तिवारी (प्रबंधक भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर) चरण पाल (अध्यक्ष जन शिक्षा समिति)राज सिंह (सेवानिवृत्ति सदस्य आर.एस.एस.)कोशल आर्य जी(प्रधानाचार्य केशवपुरी) बीरजग जी(संभाग निरीक्षक मेरठ प्रांत)श्री मती सीमा गोयल (प्रधानाचार्या भा.स.वि.मं.इं.का.मु.नगर) एवं समस्त विद्यालय स्टाफ एवं समाज के गणमान्य लोग ,अभिभावक आदि उपस्थित रहें

 
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व पुष्पार्चन के साथ किया गया ।मुख्य वक्ता के रूप में श्रीमान प्रदीप जी ने सभी का मार्गदर्शन किया ,और बताया कि किस प्रकार से विद्या भारती की स्थापना हुई, पहला विद्यालय स्थापित हुआ, और धीरे-धीरे एक विद्यालय से अनेकों विद्यालय चलने शुरू हो गए ।इन विद्यालयों का कार्य सिर्फ विद्या देना ही नहीं बल्की संस्कारों से पूर्ण शिक्षा देना है ।उन्होंने बताया कि लद्दाख व जम्मू कश्मीर में भी ऐसी ही विद्यालय खोले गए ,जिसमें विद्यार्थी राष्ट्रीय गान, प्रार्थना एवं संस्कार केंद्र के साथ शिक्षा ग्रहण करते हैं। विद्या भारती के अभिभावक संपर्क के माध्यम से समाज में सुधार होता है। राॅफेल प्रथम महिला पायलट विद्या भारती की ही छात्रा थी। इसरो में चंद्रयान-3 की टीम मे 9 सदस्य विद्या भारती के पुरातन छात्र-छात्रा रहे। इस तरह से विद्या भारती के छात्र -छात्रा देश विदेश के बड़े-बड़े पदों पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि “हिंदू देश का प्राण है”। “हिंदू मजबूत बनेगा तो देश मजबूत बनेगा ” ‘जो विश्व का कल्याण चाहता है वही अपने देश को जग सिर मोर बना सकता है। इन्हीं सुंदर शब्दों के साथ उन्होंने'” भारत माता की जय’ के नारों के साथ समर्पण निधि का कार्य शुरू किया। जिसमें सभी गणमान्य बांधुओं,अभिभावकों, आचार्य आचार्याओं के द्वारा समर्पण निधि कि गयी।इस शुभ अवसर पर विद्यालय की आचार्या श्रीमती सुकर्मा शर्मा जी ने” हिंदी भाषा दिवस” पर अपने विचार प्रस्तुत किये और कार्यक्रम की शोभा को और अधिक पढ़ाया इसी श्रृंखला में विद्यालय की आचार्या श्रीमती लक्ष्मी माहेश्वरी ने एकल गीत प्रस्तुत किया। जिसकी सभी ने प्रशंसा की।कार्यक्रम के अंत में सभी ने प्रसाद ग्रहण किया।

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