चारों को हिसार के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। बस चालक गुरजीत की हालत गंभीर है। उसकी छाती में चार गोलियां लगी हैं।
वारदात के समय बस में सवार थे 10 छात्र
वहीं, वारदात को जिस समय अंजाम दिया गया तब बस में 10 विद्यार्थी सवार थे। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद कार में सवार होकर भागे आरोपितों का सिरसा सीआइए टीम ने पीछा किया।
बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच रोड से वाहन हटाने को लेकर दो साल पहले भी मारपीट हुई थी। तब पंचायती तौर पर राजीनामा हुआ था।
बताया जा रहा है कि रोजाना की तरह गुरजीत सुबह साढ़े सात बजे जैसे ही स्कूल बस लेकर गांव से बाहर निकला तो रास्ते में आरोपितों की कार के कारण रास्ता अवरुद्ध हो रखा था। मौके पर खड़े नाबालिग को गुरजीत ने कार साइड में खड़ी करने की सलाह दी तो उनमें विवाद हो गया।
पिता और नाबालिग ने बस को घेर लिया
आरोप है कि इसी बीच नाबालिग ने फोन कर अपने पिता को बुला लिया। ट्रैक्टर लेकर पहुंचे नाबालिग के पिता सतनाम ने बस को घेर लिया। फिर नाबालिग ने दोनाली बंदूक और सतनाम से रिवाल्वर से गुरजीत पर गोलियां चलाईं।
पीछे लगी थी सीआइए टीम
हादसे के बाद काबू आए आरोपित गांव नगराना में स्कूल बस चालक और उसके स्वजन को गोलियां मारने के बाद आरोपित पिता-पुत्र कार में सवार होकर गांव से भाग निकले थे। इसी बीच वारदात को लेकर रानियां पुलिस की सूचना पर अलर्ट हुए सीआइए सिरसा पुलिस की टीम ने आरोपितों की लोकेशन ट्रेस कर ली।
टीम एक बोलेरो जीप में उनके पीछे लग गई। रानियां रोड पर विधायक गोकुल सेतिया के आवास के सामने पुलिस और आरोपितों की आमने-सामने गाड़ियां भिड़ गई। इसके बाद टीम ने दोनों आरोपितों को काबू किया।