पार्वती घाट पर जाने वाले रास्ते में ही फंस गए लोग
गुरुवार शाम चार बजे से ही यहां श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने लगी। आयोजन के लिए न तो किसी ने सूचना दी थी और न ही पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के इंतजाम थे। शाम पांच बजे भीड़ का दबाव इतना बढ़ गया कि लोग पार्वती घाट पर जाने वाले रास्ते में जहां के तहां फंस गए।
तीन महिलाएं बेहोश होकर गिरीं
इसके बाद भीड़ से जल्द बाहर निकलने को धक्कामुक्की होने लगी। इसमें तीन महिलाएं बेहोश होकर गिर गई। इसके बाद अफरातफरी मच गई और कई महिलाएं रोड पर गिर पड़ीं। भीड़ में फंसे बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। जितनी भीड़ घाट पर जाने के रास्ते में फंसी थी, उससे अधिक रोड पर बाहर खड़ी थी। हालात बिगड़ने की सूचना पर पुलिस पहुंची।
घाट पर लगी बेंच भी टूटी
बैरियर लगाकर भीड़ को घाट पर जाने से रोक दिया। इसके बाद करीब 30 मिनट में हालात सामान्य हो सके। बाद में पुलिस ने घाट पर पहुंचकर भीड़ को वहां से हटाया। भीड़ की अधिकता और दबाव के कारण घाट पर लगी बेंच भी टूट गई।
नहीं था कोई आयोजक
बल्केश्वर के पार्वती घाट पर पहली बार इतनी भीड़ पहुंची थी। यहां हर वर्ष बैकुंठ चतुर्दशी पर दीपदान होता है, लेकिन कोई आयोजक नहीं होता और किसी को आमंत्रित भी नहीं किया जाता। लोग खुद ही दीपदान करने पहुंचते हैं। इसलिए ही किसी को भीड़ का अंदाजा नहीं था।